Move to Jagran APP

Coronavirus: कुवैत से उदयपुर पहुंचे 170 प्रवासी श्रमिक

migrant workers. कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच कुवैत से 170 प्रवासी उदयपुर पहुंचे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 07:03 PM (IST)
Coronavirus: कुवैत से उदयपुर पहुंचे 170 प्रवासी श्रमिक
Coronavirus: कुवैत से उदयपुर पहुंचे 170 प्रवासी श्रमिक

उदयपुर, संवाद सूत्र। कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच कुवैत से 170 प्रवासी गुरुवार को उदयपुर पहुंचे। उन्हें यहां सिंघानिया विश्वविद्यालय में चौदह दिन के लिए क्वारंटाइन रखा गया है और उसे पूरा करने के बाद वह अपने घर लौट पाएंगे।

loksabha election banner

संभागीय आयुक्त विकास एस भाले ने बताया कि उदयपुर संभाग से कई लोग कुवैत में रोजगार के लिए गए हुए थे और कोरोना महामारी के बाद पिछले कई दिनों से सरकार को उनके और परिजनों द्वारा स्वदेश लाने की मांग की जा रही थी। ये प्रवासी कुवैत में बतौर श्रमिक नियोजित थे और इनकी परेशानियों को जानकर राज्य सरकार द्वारा विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया और इन्हें ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत गुरुवार को जयपुर लाया गया।

जहां से श्रमिक स्पेशल बसों के माध्यम से गुरुवार सुबह उदयपुर लाकर पद्मपत सिंघानिया विश्वविद्यालय में संस्थागत क्वारंटाइन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि इन समस्त प्रवासियों के आवास, भोजन आदि की संपूर्ण व्यवस्थाएं राज्य सरकार की ओर से की जा रही है। इस अवधि में इनकी नियमित स्वास्थ्य जांच की जाएगी और क्वारंटाइन पूरा करने से पूर्व उन्हें स्वास्थ्य जांच के बाद ही अपने घर भेजा जाएगा।

चार जिलों के 170 प्रवासी

संभाग के चार जिलों के कुल 170 प्रवासी उदयपुर पहुंचे हैं। जिनमें उदयपुर जिले के 51, डूंगरपुर के 45, प्रतापगढ़ के छह तथा बांसवाड़ा जिले के 68 प्रवासी सम्मिलित हैं। सिंघानियां विश्वविद्यालय में फिलहाल उदयपुर जिले के 34 व उदयपुर में रहने वाले चित्तौड़गढ़ जिले के आठ, प्रतापगढ़ जिले के सात व राजसमंद जिले के दो प्रवासी हैं। 

गौरतलब है कि राजस्थान में कोरोना महामारी से गुरुवार को चार लोगों की मौत होने के साथ ही 287 लोग संक्रमित मिले हैं। वहीं, 3077 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में अब तक 379 लोगों की मौत होने के साथ ही 16296 संक्रमित मिले हैं।

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने गुरुवार को कहा कि कोरोना जैसी महामारी की रोकथाम के लिए आयुर्वेद विभाग द्वारा आमजन की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए 18 लाख से ज्यादा लोगों को काढ़ा वितरित किया जा चुका है। यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। उन्होंने कहा कि मई में आयुर्वेद विभाग द्वारा गिलोय रोपण अभियान चलाया गया, जिसमें तहत चार माह में डेढ़ लाख गिलोय के पौधे लगाए गए। इसे इम्यून बूस्टर तो कहा जा सकता है, लेकिन इसे दवा मानना उचित नहीं होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.