राजस्थान के बूंदी में खजाने के लालच में खोद डाली 15 फुट लम्बी सुरंग
राजस्थान के बूंदी जिले के नैनवां कस्बे में जमीन में गडा खजाना पाने की लालच में एक युवक ने 15 फुट लम्बी सुरंग खोद डाली। सुरंग का पता तब चला जब यह पडौसी के मकान तक पहुंची।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के बूंदी जिले के नैनवां कस्बे में जमीन में गड़ा खजाना पाने की लालच में एक युवक ने 15 फुट लम्बी सुरंग खोद डाली। सुरंग का पता तब चला जब यह पड़ोसी के मकान तक पहुंची। पड़ोसी ने तुरंत पुलिस के पास जाकर शिकायत की और काम रुकवाया। बताया जा रहा है कि यह युवक 2 माह से चुपचाप इस काम में लगा हुआ था। रविवार को जब पड़ोसी को मकान के नीचे से जब कुछ अजीब आवाज सुनाई दी तो उसने पता लगाया और जो कुछ देखा उसे देख कर उसके होश उड गए।
दरअसल सुरंग खोदने वाला यह युवक मंदबुद्धि बताया जाता है। पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो इसने कहा कि पूर्व जन्म में वह गुर्जर परिवार में जन्मा था। उस जन्म के पिता ने उसे सपने में आकर यहां धन गड़ा होने की बात बताई थी। इसलिए वह सुरंग खोद रहा था। पुलिस ने हालात को समझते हुए तत्काल सुरंग को बंद करवा दिया और युवक पाबंद कर दिया।
दुष्कर्म का आरोपी थाने से भागा, कब्रिस्तान मे मिला
राजस्थान के बीकानेर में युवती से दुष्कर्म कर उसे गर्भवती बनाने वाला आरोपी आबिद रविवार रात थाने से फरार हो गया, हालांकि सोमवार को पुलिस ने उसे कब्रिस्तान में सोते हुए पकड़ लिया।
आबिद पर एक युवती को सहायता के लिए बुला कर दुष्कर्म करने का आरोप है। उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन रविवार रात जब थाने में बनी जेल से बाहर निकाला गया तो वह कांस्टेबल को धक्का देकर थाने से भाग गया। थाने से बाहर निकलते ही आबिद पुलिस की आंखों से ओझल हो गया।
पुलिस ने टीमें बना कर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर चैकिंग की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया। बाद में पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी यहां से भागकर अपने किसी परिचित के चैखूटी स्थित घर गया और वहां खाना भी खाया। खाना खाने के बाद वह वहां से चला गया।
इस पर पुलिस वहां पहुंची और पूछताछ की तो सामने आया कि वह कब्रिस्तान या अस्पताल के बाहर सोने की बात कहकर निकला है। बाद में आबिद कब्रिस्तान में स्थित दरगाह में सोता हुआ मिला। पुलिस को देखकर उसने वहां से भी भागने की कोशिश की, लेकिन पकड़ा गया। हाल ही के दिनों में बीकानेर रेंज में पुलिस की गिरफ्त से आरोपी के भागने का यह दूसरा मामला है।