Lockdown: राजस्थान में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 13000 लोग गिरफ्तार
Lockdown राजस्थान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) बीएल सोनी ने बताया कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने के मामले में 173 मुकदमें दर्ज किए गए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Lockdown: राजस्थान में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त रुख अपना रही है। लॉकडाउन के दौरान अकारण घूमते मिलने वाले 13 हजार लोगों को अब तक भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेकर राज्य में 1575 मामले दर्ज किए गए। अकारण घूमने वालों के एक लाख 10 हजार वाहन जब्त करने के साथ ही जुर्माने के रूप में तीन करोड़ 30 लाख रुपये वसूले गए हैं।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) बीएल सोनी ने बताया कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने के मामले में 173 मुकदमें दर्ज किए गए। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों के खिलाफ 111 मुकदमें दर्ज किए गए हैं।
पुलिस के जवानों ने निकाला फ्लैग मार्च
जयपुर शहर में लॉकडाउन फेस-2 के दौरान सोमावर को पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। जिसमें पुलिस के करीब 600 जवानों ने हिस्सा लिया। फ्लैग मार्च संजय सर्किल से शुरू हुआ। जो त्रिपोलिया बाजार होते हुए बड़ी चौपड़ पहुंचा। जिसके बाद रामगंज, चार दरवाजा और सुभाष चौक होते हुए जोरावर सिंह गेट पहुंचा। यहां से बड़ी चौपड़ होता हुआ परकोटे से बाहर निकल गया। जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव और अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा के नेतृत्व में ये फ्लैग मार्च निकाला गया। जिसमें करीब पुलिस के जवान, हथियारबंद कमांडो, घुड़सवार, दंगा निरोधक दल, बाइक राइडर पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 45 की मौत
राजस्थान में कोरोना का कहर जारी है। प्रदेश में अब तक 45 लोगों की मौत होने के साथ ही 2234 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। सोमवार को 49 पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 19 जयपुर के हैं। राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में अब तक 669 लोगों को उपचार के बाद पॉजिटिव से नेगेटिव करने के साथ ही इनमें से 313 लोगों को पूरी तरह स्वस्थ होने पर घर भेज दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि देश में सबसे अधिक जांच 87 हजार 777 राजस्थान में हुई है। प्रतिदिन 5584 सैंपल जांचने की क्षमता प्रदेश के पास है जो अगले एक-दो दिन में 10 हजार तक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना पर काबू पाया गया है। पिछले दो सप्ताह में कोरोना पर नियंत्रण करने में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल तक की स्थिति में अगर प्रदेश होता तो यहां अब तक चार हजार से अधिक पॉजिटिव केस सामने आ गए होते।
हॉटस्पॉट को लेकर सरकार चिंतित
जयपुर के रामगंज में करीब 500 लोगों के संक्रमित मिलने से राज्य सरकार चिंतित है। सरकार ने यहां बुजुर्गों को लेकर अलग से रणनीति बनाई है। क्षेत्र के सभी बुजुर्गों की अब जांच की जाएगी। जयपुर में सोमवार को पुलिस मुख्यालय में तैनात एक जवान कोरोना पॉजिटिव मिला है। उसके संपर्क में आने वाले 31 जवानों को क्वारंटाइन किया गया है। टोंक के बमोर गेट इलाके में 91 संक्रमित मिलने से प्रशासन की चिंता बढ़ी है। मुस्लिम बहुल यह क्षेत्र टोंक का हॉटस्पॉट बना हुआ है ।इसी तरह भरतपुर के बयाना इलाका चिंता का विषय बना हुआ है। नागौर का बासनी गांव,अजमेर व जोधपुर के दो-दो इलाके कोरोना के हॉटस्पॉट बने हुए हैं।
33 में से 28 जिलों में पहुंचा संक्रमण
कोरोना राज्य के 33 में से 28 जिलों में फैल चुका है। संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 829 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 370 , टोंक में 123, कोटा में 162, भरतपुर में 110, अजमेर में 124, नागौर में 113, बांसवाड़ा में 62, जैसलमेर में 35, झुंझुनूं में 42, बीकानेर में 37, भीलवाड़ा में 34 मरीज मिले हैं। झालावाड़ में 39, दौसा में 21, चूरू में 14, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर में आठ, अलवर में सात, डूंगरपुर में छह, सीकर में पांच, उदयपुर में पांच, धौलपुर में पांच, करौली में तीन, पाली, बाड़मेर और प्रतापगढ़ में दो-दो कोरोना मरीज मिल चुके हैं। वहीं, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद में एक-एक संक्रमित मिला। भीलवाड़ा दो दिन पहले पूरी तरह कोरोना मुक्त हुआ,लेकिन शनिवार शाम दिल्ली से कोरोना पॉजिटिव एक व्यक्ति यहां पहुंचा है। ईरान से एयरिलफ्ट कर लाए गए 61 लोग भी पॉजिटिव मिले थे।