Move to Jagran APP

राजस्थानः संवाई माधोपुर में यात्रियों से भरी तेज रफ्तार बस नदी में गिरी, 35 की मौत

संवाई माधोपुर में बस के नदी में गिर जाने से 35 लोगों की मौत हो गयी वहीं डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए। प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर ट्वीट कर दुख व्यक्त किया।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 23 Dec 2017 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 23 Dec 2017 02:50 PM (IST)
राजस्थानः संवाई माधोपुर में यात्रियों से भरी तेज रफ्तार बस नदी में गिरी, 35 की मौत
राजस्थानः संवाई माधोपुर में यात्रियों से भरी तेज रफ्तार बस नदी में गिरी, 35 की मौत

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में एक बनास नदी में गिरने से 35 लोगों की मौत हो गई, वहीं डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए। बस में 50 लोग सवार थे। मृतकों में से 30 लोगों की पहचान हो गई। मृतकों में 28 सवाई माधोपुर, 2 दौसा, दो उत्तरप्रदेश के मथुरा  एवं एक मध्यप्रदेश के निवासी है। इनमें 3 बच्चियों, 8 महिलाएं और 24 पुरूष शामिल है। डेढ़ दर्जन घायलों में से 10 की हालत नाजुक है, इनमें से पांच को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है,शेष का सवाई माधोपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। 

loksabha election banner

बस में सवार यात्री सवाई माधोपुर से पास के ही गांव में रामदेव मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे । बस बनास नदी से गुजर रही थी कि इसी बीच अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए नदी में गिर गई। हादसा शनिवार सुबह 7 बजे हुआ। निजी  कम्पनी की यात्री बस नाबालिग कंडक्टर चला रहा था, जबकि चालक पास की ही सीट पर सो रहा था। तेज गति से बस चला रहे कंडक्टर ने दूसरे वाहन को ओवरटेक करते हुए स्टेयरिंग से अपना नियंत्रण खो दिया और बस 100 फीट गहरी नदी में रेलिंग तोड़ते हुए गिर गई। हादसा इतना दर्दनाकथा कि अधिकांश लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। 

हादसे की सूचना मिलने पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की टीम की मदद से मृतकों को नदी से निकालना शुरू किया। गोताखोरों ने एक-एक कर 32 लोगों के शव नदी से बाहर निकाले। डेढ़ दर्जन घायलों को नदी से बाहर निकालकर उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंचाया गया। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पतालों में पहुंचाया गया। अस्पताल में मृतकों के पास से मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई। मृतकों में से 8 की पहचान अभी तक नहीं हो सकी। 

जिला कलेक्टर के.सी.वर्मा ने बताया कि नदी में 9 से 10 फीट गहरा पानी है,100 फीट ऊंचाई से गिरने के कारण 34 लोगों की मौके  पर ही मौत हो गई। वर्मा ने बताया कि बस पूरी तरह से दब गई थी। बस चालक का शव पूरी तरह से खराब  हो गया था। 

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने इस दुखद दुर्घटना पर ट्वीट करते हुए कहा कि मैं इस घटना से बहुत आहत हूं। शोकाकुल परिवारों को भगवान ये दुख सहन करने की शक्ति दे। इस दुर्घटना से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है।

इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भगवान मृतकों के परिवार वालों को ये दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुखद परिस्थति पर बारीकी से निगरानी कर रही है, जिसमें बचाव अभियान भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। 

 

 आज गुजरात दौरे पर व्यस्त कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत ट्वीट कर इस घटना पर दुख व्यक्त किया। राहुल गांधी ने कहा कि संवाई माधोपुर की दुर्घटना बहुत दुखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ है। राज्य सरकार से अपील है कि घायलों को तत्काल हर तरह की मदद पहुंचाएं। राजस्थान कांग्रेस पार्टी से मेरा आग्रह है कि बचाव और राहत कार्य में हर संभव मदद करें।

 

मुख्यमंत्री और गहलोत ने जताई संवेदना, मंत्री पहुंचे 

घटना पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संवेदना जताते हुए कहा कि प्रभावितों को हर संभव मदद दी जाएगी। जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत सहित आधा दर्जन विधायकों और अधिकारियों को घटना स्थल पर भेजा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना पर दुख जताया है। घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा,भाजपा विधायक दीया कुमारी और मानसिंह सहित कई नेता मौके पर पहुंचे। 

बाबा के आश्रम और मंदिर में जा रहे थे यात्री 

जिला कलेक्टर के.सी.वर्मा के अनुसार बस में सवार यात्री घटना स्थल से कुछ दूर स्थित मलारणा चौड गांव में बने एक आश्रम और रामदेव मंदिर में जा रहे थे। आश्रम में एक बाबा प्रत्येक शनिवार को कई जटिल बीमारियों के इलाज का दावा करता है, इसी वजह से लोग  वहां जा रहे थे। उन्होंने बताया कि इस आश्रम को पिछले माह ही प्रशासन ने बंद करवाया था, लेकिन कुछ दिन पहले यहां फिर से गतिविधियां शुरू हो गई। इसकी जानकारी प्रशासन को दो दिन पहले ही मिली थी और क्षेत्र के पुलिस थाना अधिकारी को शनिवार को ही कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे। कार्रवाई होती इससे पहले ही यह हादसा हो गया। 

 यह भी पढ़ें:  राजस्थान के कैबिनेट मंत्री के दो बेटों पर अपहरण और मारपीट का आरोप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.