महिला आयोग को सुनाया महिलाओं ने दुखड़ा, सबसे अधिक मामले घरेलू हिसा से जुड़े आए
पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने वीरवार को विकास भवन में महिलाओं की शिकायतें सुनने के लिए दरबार लगाया।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन: पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने वीरवार को विकास भवन में महिलाओं की शिकायतें सुनने के लिए दरबार लगाया। चेयरपर्सन मनीशा गुलाटी ने जिला तरनतारन, फाजिल्का और फिरोजपुर से संबंधित शिकायतें सुनने के लिए कार्यक्रम रखा था। परंतु जिला अमृतसर, अमृतसर देहाती, कपूरथला, गुरदासपुर, बटाला, पठानकोट से संबंधित लोग भी अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे। इसमें डीसी कुलवंत सिंह धूरी, एसएसपी ध्रुमन एच निबाले के अलावा अमृतसर, फिरोजपुर जिले से संबंधित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। मनीषा गुलाटी के समक्ष फरियाद सुनाने के लिए 100 से अधिक महिलाएं पहुंचीं। चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी के समक्ष घरेलू हिसा, दहेज रोकथाम एक्ट, शारीरिक शोषण से जुड़ी शिकायतें लेकर पहुंची महिलाओं ने दुखड़ा सुनाया।
कुल 126 शिकायतों में करीब 35 वो थीं जिसमें पुलिस ने केस दर्ज कर लिए, परंतु आरोपित पार्टी की दरखास्त पर दर्ज मुकदमों की जांच चल रही है। 16 मामले ऐसे भी निकले, जिसमें संबंधित अदालतों में ट्रायल शुरू हो चुके थे जबकि 42 शिकायतें घरेलू हिसा से संबंधित थीं। 14 शिकायतें लड़कियों को विदेश भेजने के नाम पर ट्रैवल एजेंटों द्वारा ठगी का शिकार बनाने बाबत निकलीं, 16 शिकायतें छेड़छाड़, 14 शिकायतें पड़ोसियों से झगड़े से संबंधित थी। इस मौके डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी, एसएसपी ध्रुमन एच निबाले, फाजिल्का के एसएसपी दीपक हिलोरी, फिरोजपुर के एसएसपी भागीरथ मीणा, तरनतारन के एसडीएम रजनीश अरोड़ा, खडूर साहिब के की एसडीएम अनजोत कौर, एसपी जगजीत सिंह वालिया भी मौजूद थे। दहेज के लिए पति ने पीटा, जेवरात भी छीन लिए, अब बेटे को लेकर मायके रह रही
जंडियाला गुरु निवासी अमरजीत कौर ने बताया कि उसके पति ने दहेज की मांग को लेकर उसे एक दिन भी सुख नहीं दिया। वह अकसर उसे पीटता था। दस वर्षीय लड़के समेत मारपीट का शिकार होकर मायके लौटी अमरजीत ने आरोप लगाया कि विवाह के मौके मिले जेवरात भी पति ने कब्जे में ले लिए हैं और ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर भी करवा लिए हैं। मनीषा ने अमृतसर देहाती के एसएसपी को आदेश दिया कि पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए महिला अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाए। न तो पेयजल मिला और न ही बैठने के लिए फर्नीचर
विकास भवन में फरियाद सुनाने पहुंची अधिक महिलाएं परेशान ही नजर आई। गर्मी के बावजूद यहां पर न तो पीने वाला पानी मिला और न ही बैठने के लिए जगह। इस कारण कई महिलाएं बिना फरियाद सुनाए ही लौट गई। इस दौरान महिदर कौर ने बताया कि वह बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए यहां आई हैं, परंतु विकास भवन में न तो पीने वाला पानी है और न ही बैठने लिए फर्नीचर। पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया
जगीर कौर ने आरोप लगाया कि वह सही ढंग से चल-फिर नहीं सकतीं। बेटी की फरियाद लेकर उम्मीद के साथ यहां पहुंची थी, परंतु यहां पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। पुलिस के कर्मचारी चेयरपर्सन समक्ष पेश नहीं होने दे रहे। उनका कहना है कि भीड़ बहुत ज्यादा है। मैडम मीटिग में व्यस्त है। घरेलू हिसा का शिकार नवजोत कौर ने आरोप लगाया कि चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने भले ही इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया है, परंतु स्थानीय पुलिस प्रशासन सियासी प्रभाव में काम कर रहा है। लड़कियों को पढ़ाएं, रिश्ता करने में जल्दबाजी न करें : गुलाटी
मनीषा गुलाटी ने कहा कि आज के दौर में स्वजनों को चाहिए कि वह अपनी लड़कियों को शिक्षित करें। लड़कियों का शिक्षित न होना, उनकी विवाहिता जिदगी में जहर घोल देता है, क्योंकि पति-पत्नी में आपस में अंडरस्टेडिग नहीं होती। गुलाटी ने कहा कि भले ही विदेश जाने के चक्कर में युवक भी ठगी का शिकार हो रहे हैं। परंतु रिश्ता करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। चेयरपर्सन ने कहा कि पुलिस प्रशासन को चाहिए कि पीड़ित महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए महिला अधिकारियों से मामलों की जांच करवाई जाए, क्योंकि एक नारी ही नारी का दर्द समझ सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा लोगों के लिए पूरे प्रबंध किए गए थे, परंतु फरियादियों की संख्या इतनी बढ़ गई कि कुछ लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ा।