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हत्याकांड को लूट की वारदात से जोड़ते रहे ग्रामीण, छह घंटे तक नहीं उठाने दिया शव

हत्याकांड को लूट की वारदात से जोड़ते रहे ग्रामीण छह घंटे तक नहीं उठाने दिया शव

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 08:55 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 06:04 AM (IST)
हत्याकांड को लूट की वारदात से जोड़ते रहे ग्रामीण, छह घंटे तक नहीं उठाने दिया शव
हत्याकांड को लूट की वारदात से जोड़ते रहे ग्रामीण, छह घंटे तक नहीं उठाने दिया शव

धर्मबीर सिंह मल्हार, कोटा दाता (हरिके पत्तन) : शनिवार को गांव कोट दाता के पास ऑनर किलिंग में दो बहनों की हत्या पर पर्दा डालने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस को छह घंटे तक भटकाए रखा। घटनाक्रम को लूट की वारदात से जोड़ने की ग्रामीणों ने काफी कोशिश की। ग्रामीणों का कहना था कि तीनों बहनें बैंक से पैसा निकाल कर आ रही थीं। रास्ते में लुटेरों ने वारदात को अंजाम दिया। बचाव के लिए जब जोबनप्रीत आया तो उसके साथ भी हादसा हो गया। बैंक बंद होने के कारण ग्रामीणों की योजना काम नहीं आई। घटना सुबह साढ़े दस बजे की है। इसके छह घंटे तक शवों को घटनास्थल से उठाने की पुलिस की हिम्मत नहीं हुई थी।

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डेढ़ हजार की आबादी वाले गांव कोट दाता में तीन भाई हरजिंदर सिंह, सुखदेव सिंह, कश्मीर सिंह रहते हैं। तीनों मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा चला रहे हैं। हरजिंदर सिंह का बड़ा लड़का जोबनप्रीत सिंह (32) अभी कुंवारा था। जोबनप्रीत सिंह की चचेरी बहन रमनजीत कौर (14), सिमरदीप कौर (19) सुखदेव सिंह की बेटियां है, जबकि 32 वर्षीय सोनी उसके ताया कश्मीर सिंह की बेटी थी। तीनों के चरित्र पर कथित तौर पर ग्रामीण उंगली उठाते थे।

जोबनप्रीत सिंह ने तीनों चचेरी बहनों को मारने की योजना शुक्रवार की रात को बनाई। पुलिस जांच के मुताबिक जोबनप्रीत सिंह ने दोस्त निर्मल सिंह के कुछ साथियों को भी अपने साथ जोड़ लिया था। सुबह साढ़े दस बजे जोबनप्रीत सिंह ने जब तीनों को मौत के घाट उतारने लिए गांव सुरसिंह का रुख किया तो रास्ते में गांव कोट दाता के पास ही मेल हो गया। वहां पर जोबनप्रीत सिंह ने साथियों से मिलकर घटना को अंजाम दे दिया। घटना के बाद पूरे मामले पर ग्रामीणों ने पर्दा डालने का प्रयास करते इसे लूट की वारदात से जोड़ना चाहा। मृतक लड़कियों के परिजन पुलिस समक्ष दावा करते रहे कि बैंक से पैसे निकलवाकर लौट रही लड़कियों पर हमला हुआ है। शनिवार को सभी बैंक बंद होने कारण ग्रामीणों की चतुराई न चल पाई। आखिर शाम पौने पांच बजे एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया ने मृतक रमनजीत कौर के पिता सुखदेव सिंह को समझाया कि हत्या की वजह क्या है। तब उन्होंने सच्चाई बताई। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क से पुलिस को शव उठाने दिया।

हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपितों का पता लगाने की मांग

रमनजीत कौर की मां जसबीर कौर और सरपंच जसविंदर सिंह, पंच अर्जन सिंह, बोहड़ सिंह, मनप्रीत सिंह विक्की, लक्खा सिंह ने मांग की कि इस हत्याकांड में शामिल बाकी आरोपितों का भी पता लगाया जाए। एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया ने कहा कि हिरासत में लिए गए निर्मल सिंह की निशानदेही पर जगह-जगह छापामारी की जा रही है।


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