मिलावटखोरी पर कार्रवाई न हुई तो लोगों ने खुद पकड़ी मिठाई से भरी वैन
। ग्रामीण क्षेत्र में हलवाई की दुकानों पर मिलावटी मिठाई मिलने की शिकायतें कर चुके लोगों की जब संबंधित विभाग ने सुनवाई नहीं की तो ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह मिलावटी मिठाई वाली गाड़ी घेर ली।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : ग्रामीण क्षेत्र में हलवाई की दुकानों पर मिलावटी मिठाई मिलने की शिकायतें कर चुके लोगों की जब संबंधित विभाग ने सुनवाई नहीं की तो ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह मिलावटी मिठाई वाली गाड़ी घेर ली। लोग गाड़ी को पुलिस चौकी माणोचाहल ले गए और खुफिया विभाग को सूचित किया। इसके बाद सेहत विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मिठाई के सैंपल लिए।
तरनतारन के विभिन्न गांवों में हलवाई की दुकानों पर मिठाई के डिब्बे तैयार कर बेचने वाले दुकानदार की शिकायत मिली थी कि वह मिलावटी मिठाई भी तैयार कर सप्लाई करता है। बर्फी में पीओपी पाउडर प्रयोग किया जाता है।
रंजीत सिंह जीओबाला ने बताया कि उसने कई बार मिलावटखोरी के खिलाफ सेहत विभाग को शिकायत की, परंतु सुनवाई नहीं हुई। सोमवार को मारुति वैन (पीबी36डी 3515) में डिब्बों के साथ मिठाई लेकर पलविंदर सिंह निवासी पलासौर जा रहा था। जीओबाला ने ग्रामीणों की मदद से गाड़ी को घेर लिया और पुलिस चौकी माणोचाहल ले गए। साथ ही खुफिया विभाग को सूचना दे दी। देखते ही देखते चंडीगढ़ से स्थानीय अधिकारियों को फोन आने शुरू हो गए। फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी अश्विनी कुमार व थाना सदर के प्रभारी मनोज कुमार मौके पर पहुंचे।
गाड़ी की जांच के दौरान एक क्विंटल के करीब लड्डू, बर्फी, बूंदी व सोनपापड़ी मिली। फूड सेफ्टी विभाग के इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार ने मिठाइयों के सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है। उधर, ग्रामीण जागीर सिंह, राजपाल सिंह, दीदार सिंह, बलजीत सिंह व सोहन सिंह ने बताया कि शिकायत पर सुनवाई नहीं हुई तो उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
सहायक कमिश्नर फूड गुरप्रीत सिंह पन्नू, सिविल सर्जन डॉ. अनूप कुमार ने अधिकारियों को मिठाई के सैंपलों को जांच के लिए तुरंत लैब में भेजने के आदेश दिए हैं। वहीं, थाना सदर के प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि मिलावटी मिठाई व वैन को कब्जे में लेकर कार्रवाई की जा रही है।
सस्ते दाम पर बेची जा रही थी मिलावटी मिठाई
डिब्बों की सप्लाई के साथ मिलावटी मिठाई काफी सस्ते दाम पर ग्रामीण क्षेत्र में बेची जा रही थी। लड्डू 80 रुपये किलो, बूंदी 100 रुपये किलो, बर्फी 120 रुपये किलो व सोनपापड़ी 90 रुपये किलो के हिसाब से थोक में बेची जा रही थी। पता चला है कि मिठाई तैयार करने वाले लोग देहात में होने वाले विवाह समारोहों के ऑर्डर भी बुक करते थे।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी: डीसी
डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल कहते हैं कि मिलावटखोरी के खिलाफ कोई भी लापरवाही बर्दाशत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने मिलावटखोरी के खिलाफ आवाज बुलंद करके मिसाल कायम की है।