विकास मंच पंजाब ने कारगिल के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
1999 में कारगिल की लड़ाई के दौरान शहादत का जाम पीने वाले भारतीय सेना के जांबाज जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : 1999 में कारगिल की लड़ाई के दौरान पाकिस्तान की फौज को लोहे के चने चबाते शहादत का जाम पीने वाले भारतीय सेना के जांबाज जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए ना तो किसी प्रशासनिक अधिकारी के पास वक्त था और न ही किसी सियासी नेता ने समय निकालने की चेष्ठा की। विकास मंच पंजाब की ओर से डॉ. कश्मीर सिंह सोहल, महासचिव फूला सिंह, दविंदर सिंह ग्रेवाल ने शहीदों की यादगार पर पुष्प अर्पित किए गए।
डॉ. सोहल ने कहा कि कारगिल की चोटियों पर पाकिस्तान के साथ भारतीय सेना ने मुकाबला करते हुए हमारी सेना के 500 से अधिक बहादुर जवानों ने शहादत दी थी। दुखद की बात है कि 20 वर्ष का समय गुजर जाने के बावजूद कारगिल शहीदों के परिवारों की ना तो प्रशासनिक तौर पर सुनवाई नहीं हो रही है और ना ही उन्हें सम्मान दिया जाता है। कारगिल लड़ाई में शहीद होने वाले जवानों के नाम पर स्कूलों के नाम अभी तक नहीं रखे गए और ना ही उनके गांवों में यादगारी गेट बनाए गए है। इससे मालूम होता है कि देश की आजादी को कायम रखने के लिए बड़ी कुर्बानी देने वालों को आज सरकार अनदेखा कर रही है। इस अवसर पर डॉ. गुरचरण सिंह गुलाटी, नरिंदर सिंह बैंक वाले, सुखवंत सिंह धामी, कुलविंदर सिंह लवली, सुखविंदर सिंह धामी, वरिंदर गुप्ता और हरिंदर सिंह पलासौर मौजूद थे।