चार और मौत, शराब के लिए बदनाम गांवों में अभी तक नहीं पहुंची पुलिस
जहरीली शराब से दोनों जिलों में मरने वालों की गिनती भले ही कम हो गई हो लेकिन थमी नहीं। जंडियाला गुरु व तरनतारन में दो-दो मौत के बाद आंकड़ा 96 व 15 पहुंच गया।
जेएनएन, अमृतसर/तरनतारन : जहरीली शराब से दोनों जिलों में मरने वालों की गिनती भले ही कम हो गई हो लेकिन थमी नहीं। जंडियाला गुरु व तरनतारन में दो-दो मौत के बाद आंकड़ा 96 व 15 पहुंच गया। उधर पुलिस के हाथ कोई बड़ी सफलता नहीं लग पाई। पुलिस दोनों जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी तो कर रही हैं लेकिन असली गुनहगार अभी फरार हैं। यहीं कारण है कि लोग शराब भी पी रहे हैं और उनके मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं। अमृतसर के एसपी गौरव तूड़ा ने बताया कि पुलिस ने सोमवार को मोगा निवासी रविदर सिंह, अवतार सिंह और तरनतारन के पंडोरी गोला गांव के सतनाम सिंह को गिरफ्तार किया है। मोगा के दोनों शराब तस्कर तरनतारन में जहरीली शराब सप्लाई कर रहे थे। यहां लाहन व अवैध शराब की बोतलें पकड़ एफआइआर दर्ज की गई लेकिन तरनतारन में गिनती काफी कम है। यहां शराब तस्करी के लिए बदनाम गांवों में पुलिस पार्टियां नहीं पहुंच पाई और न ही बड़े मगरमच्छ पुलिस गिरफ्त में आए। हालांकि खुफिया विभाग द्वारा शराब तस्करों की सूची तैयार करके राज्य सरकार को भेजी गई है। इस सूची में उन लोगों के नाम भी है, जिनके खिलाफ कार्रवाई लिए छह माह पहले लिखा गया था लेकिन हाथ खाली हैं। पुलिस का दावा है कि सोमवार को पूरा दिन छापामारी की गई। उधर जहरीली शराब पीने के कारण आंखों की रोशनी गंवा चुके मरीजों ने शराब तस्करों के नाम भी पुलिस को दिए। इनमें कक्का कंडियाला के सुखविंदर सिंह बब्बी, कुलदीप कलसी व जगतार जग्गी और गांव पंडोरी गोला के जैमल सिंह शामिल है। एक भी आरोपित को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। ये हैं तस्करी के लिए बदनाम गांव
शराब तस्करी में बदनाम गांव शेरों, शकरी, ढोटियां, पंडोरी गोला, मुरादपुरा, कक्का कंडियाला, मलिया, नौरंगाबाद, कंग, कल्ला, घरियाला, वल्टोहा, मीयांविंड, दोदे, कोटबुड्ढा, कैरों, झब्बाल समेत दो दर्जन गांवों की सूची तीन दिन पहले तैयार ली गई थी। हैरानी की बात हैं कि इनमें से किसी एक भी गांव में पुलिस पार्टी छापामारी करने नहीं पहुंची। एसएसपी का दावा, बिना सियासी दबाव करते हैं काम
एसएसपी ध्रुमन एच निंबले ने बताया कि पुलिस प्रशासन पर किसी भी तरह का सियासी दबाव नहीं है। पुलिस ईमानदारी से जिम्मेदारी निभा रही है। शराब के मामले में विभिन्न थानों की पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के नतीजे आने वाले दिनों में सभी के सामने होंगे। नशा बेचने वाले लोगों की सूचना बिना किसी खौफ दी जानी चाहिए। पब्लिक के सहयोग से पुलिस ने आतंकवाद को खत्म कर दिया था। उसी तरह से जनता का सहयोग मिलने पर नशा जड़ से मिट जाएगा।
--------------------------------------- इन चार लोगों ने तोड़ा दम, एक की हालत गंभीर
अमृतसर में मरने वालों की पहचान वेरोवाल रोड निवासी निवासी हरजिदर सिंह (41) और शेखुपुरा निवासी कारज सिंह उर्फ कारी (55) के रूप में हुई। उधर, खलचियां गांव में सुखराज सिंह नाम के युवक की हालत गंभीर है। रविवार की रात सुखराज के भाई महकदीप सिंह की इसी शराब का सेवन करने से मौत हो गई थी।
तरनतारन में मुरादपुरा निवासी 43 वर्षीय कुलवंत सिंह व गुरु तेग बहादुर नगर निवासी दर्शन प्रकाश की मौत हुई। उन्होंने बताया कि वे बीती रात शराब पीकर घर लौटे तो घबराहट होने लगे। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। दर्द के बाद निजी अस्पताल में करवाया था भर्ती, नहीं मिली जिदंगी
इलाके के लोगों ने बताया कि शनिवार की हरजिदर सिंह और कारज सिंह उर्फ कारी ने शेखुपुरा के ही किसी तस्कर से शराब खरीदकर पी थी। शेखुपुरा के वीर सिंह ने बताया कि कारज सिंह कारी अकसर शराब पीकर घर आते थे। शनिवार की रात जब वह घर पहुंचे तो पेट दर्द की पीड़ा से कराह रहे थे। असहनीय दर्द को देखकर उन्होंने निजी अस्पताल में दाखिल करवा करवाया लेकिन सुधार नहीं हुआ। सोमवार को उसे जवाब दे दिया और शाम को मौत भी हो गई। वेरोवाल रोड निवासी हरजिदर सिंह ने भी शनिवार की रात शेखुपरा से ही देसी शराब लेकर पी थी। हरजिदर के पेट में दर्द और उल्टियां शुरू हो गई। सोमवार की रात उसकी भी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लिया है।