खालड़ा सीमा से पड़ोसी देशों के साथ व्यापार बढ़ाया जाए : सांसद डिंपा
1965 से पहले भारत-पाक सीमा स्थित खालड़ा बार्डर खुला हुआ था।
जागरण संवाददाता, खडूर साहिब : 1965 से पहले भारत-पाक सीमा स्थित खालड़ा बार्डर खुला हुआ था। इस बार्डर को दोबारा खोलकर मध्य एशिया, वेस्ट एशिया और पड़ोसी देशों के साथ व्यापार बढ़ाया जा सकता है। ऐसा करने से उक्त देशों के साथ जहां अच्छे संबंध होंगे, वहीं सीमावर्ती क्षेत्र का विकास होगा।
यह कहना है कि लोकसभा हलका खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह डिंपा का। उन्होंने कहा कि पंजाब में प्रत्येक वर्ष 170 लाख टन चावल, 18 मिलीयन टन गेहूं, 31 मिलियन टन गन्ना, 381 मिलियन टन मक्की, 56 मिलियन टन सरसों, 12.8 लाख मिलीलीटर टन नरमा होता है। इसके अलावा पंजाब में छह फीसद सब्जियां, पांच फीसद फल, दो फीसद फूल और अज्वाइन की पैदावर होता है। इनके व्यापार के लिए खालड़ा बार्डर के माध्यम से मध्य एशिया, वेस्ट एशिया और पड़ोसी मुल्कों के साथ व्यापार शुरू करना चाहिए। सांसद डिंपा ने कहा कि ऐसा करना से किसानों की आमदन दोगुनी होगी, साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि लुधियाना की होजरी, साइकिल, उद्योग को बढ़ावा, जालंधर की खेल इंडस्ट्री को बल देने या बटाला व गोबिंदगढ़ की लोहा इंडस्ट्री को मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार ने बजट में कुछ नहीं दिया। डिंपा ने कहा कि कैंसर से जूझ रहे पंजाब को कैंसर अस्पताल की जरूरत थी, जबकि देश का पेट भरने वाला किसान आत्महत्या कर रहा है। इन किसानों का कर्ज माफ करने के लिए सरकार ने बजट में कुछ नहीं दिया।