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पंजाब के इस 'मुख्यमंत्री' का पहले हुआ अपमान फिर सम्मान, जानें क्या है पूरा मामला

फेसबुक और यू ट्यूब पर हिट विवादित गीत मुख्यमंत्री में आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने के बाद चर्चा में आए 14 वर्षीय धर्मबीर सिंह को गांव में अपमान के बाद अब सम्मान मिला।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 04:33 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 04:33 PM (IST)
पंजाब के इस 'मुख्यमंत्री' का पहले हुआ अपमान फिर सम्मान, जानें क्या है पूरा मामला
पंजाब के इस 'मुख्यमंत्री' का पहले हुआ अपमान फिर सम्मान, जानें क्या है पूरा मामला

तरनतारन, [धर्मबीर सिंह मल्हार]। 'मुख्यमंत्री' के नाम से फेसबुक और यू ट्यूब पर हिट गीत में आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने के बाद चर्चा में आए 14 वर्षीय धर्मबीर सिंह को उसी गांव में सम्मान मिला, जिस गांव में पंचायत के समक्ष उसके ककार (केश, कंघा, कच्छा, कड़ा, कृपाण) उतारे गए थे। ये ककार गांव के गुरुद्वारा साहिब में अरदास के बाद उतारे गए थे और माफी मंगवाई गई थी।

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दो दिन पहले जब यह खबर के दैनिक जागरण में प्रकाशित हुई तो एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी ने मामले का संज्ञान लिया है। कमेटी ने धर्मबीर के ककार उतरवाने वाली सत्कार कमेटी के मस्सा सिंह के विरुद्ध कानूनी और धार्मिक कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद अब गांव की पंचायत ने धर्मबीर को सम्मानित किया है।

मामला गांव दीनेवाल का है। धर्मबीर ने 'मुख्यमंत्री' के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाया था। इस अकाउंट में उसने मुख्यमंत्री के नाम पर एक गीत लोड किया। गीत में आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया था। फेसबुक पर इस गीत को 10 लाख व्यूज मिले। जिसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के मस्सा सिंह ने ये मामला उठाते हुए कहा कि 'मुख्यमंत्री' की वजह से सिख कौम कथित तौर पर बदनामी हुई है।

भरी सभा में 'मुख्यमंत्री' को बुलाया गया। गांव के गुरुद्वारा साहिब में अरदास करके उसके ककार उतरवाए गए। दैनिक जागरण द्वारा सारा मामला 21 जनवरी को उठाया गया, जिसके बाद एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी द्वारा मामले का कड़ा नोटिस लिया गया।

धर्मबीर ने भी धर्म प्रचार कमेटी समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखा रखा। कमेटी के वरिष्ठ प्रचारक सरबजीत सिंह ने कहा कि बच्चे का इतना कसूर नहीं है। उन्होंने कहा कि भरी सभा में ककार उतारने वाले मस्सा सिंह के विरुद्ध कानूनी और धार्मिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

सरबजीत सिंह ने कहा कि धर्मबीर को उसके गांव पहुंचकर 20 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वह कड़ाह प्रसाद की देग करवाकर दोबारा पांचों ककार धारण कर सकता है। उधर, गांव के सरपंच हरजिंदर सिंह और अन्य ग्रामीणों ने धर्मबीर सिंह को सम्मानित करते हुए कहा कि भविष्य में दोबारा उसके साथ ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए पंचायत उचित कदम उठाएगी।

'मुख्यमंत्री' शब्‍द लिखते ही खुलती है आइडी

गांव के ही किसी युवक ने धर्मबीर सिंह की ओर से बनाया गया गीत ‘मुख्यमंत्री जी..’ उसकी आवाज में मोबाइल पर रिकॉर्ड किया। पड़ोसी गांव के एक गायक ने उसे फेसबुक आइडी पर डाल दिया। इस गाने में मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द प्रयोग किए गए हैं। यू-ट्यूब या फेसबुक पर मुख्यमंत्री सर्ज करें तो देश के किसी भी राज्य के सीएम की आइडी खुले न खुले धर्मबीर की आइडी तुरंत खुल जाती है।

 


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