बारिश व ओलावृष्टि से आलू व मटर की फसल को हुआ नुकसान
शनिवार की शाम को तेज बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : शनिवार की शाम को तेज बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है। धान की फसल को जहां 70 से 80 फीसद नुकसान पहुंचा है वहीं पशुओं का चारा खराब हुआ है। खडूर साहिब के क्षेत्र में आलू, मटर के अलावा अन्य सब्जियों को 100 फीसद नुकसान का अनुमान है। इसका जायजा लेने के लिए चीफ एग्रीकल्चर अधिकारी (सीएओ) डा. जगविदर सिंह की अगुआई में सभी ब्लाकों में टीमें पहुंची। किसान संगठनों की मांग है कि नुकसान का मुआवजा दिवाली से पहले यकीनी बनाया जाए। बारिश और ओलावृष्टि के कारण मंडियों में खरीदी गई धान की हजारों बोरियां पानी की भेंट चढ़ गईं।
गांव पंडोरी गोला, भुल्लर, देऊ, बाठ, संघा, मालचक्क, कंग आदि गांवों में ओलावृष्टि से 70 से 80 फीसद बासमती की फसल का नुकसान हुआ है। जबकि 1121 किस्म की परमल को 15 से 25 फीसद का नुकसान हुआ है। नुकसान का जायजा लेने लिए चीफ एग्रीकल्चर अधिकारी (सीएओ) डा. जगविदर सिंह की अगुआई में एडीओ रमनदीप सिंह, हरमीत सिंह, मनदीप सिंह, नवतेज सिंह, रुलदा सिंह, गुरपाल सिंह के आधारित टीमों ने गांव चोताला, बाठ, भुल्लर, रूड़ेआसल का दौरा किया। इस मौके किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी नेता सविदर सिंह चोताला, जगीर सिंह, सकत्तर सिंह, बाज सिंह, हरभेज सिंह, बलबीर सिंह, सूरता सिंह, काबल सिंह, प्रगट सिंह ने कहा कि बेमौसमी बारिश के कारण चारा भी खराब हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मामले में 26 अक्टूबर को डीसी कार्यालय समक्ष धरना भी लगाया जाएगा।
जम्हूरी किसान सभा के प्रदेश नेता प्रगट सिंह जामाराय, मुखत्यार सिंह मल्ला, जसपाल सिंह ढिल्लों, बलदेव सिंह पंडोरी ने कहा कि बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों पर बड़ी मार पड़ी है।
बारिश के चलते बिजली सेवा ठप
बारिश के चलते शनिवार रात नौ बजे बिजली सेवा ठप हो गई। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली सेवा ठप होने से रविवार की सुबह पेयजल की सप्लाई भी प्रभावित हुई। रविवार की दोपहर तीन बजे पावरकाम द्वारा बिजली की सप्लाई बहाल की गई।