कब्जे हटाने निकली टीम के खिलाफ दुकानदारों की नारेबाजी
सोमवार को खुद अवैध कब्जे हटाने के लिए रजामंद हुए दुकानदारों ने मंगलवार को अचानक प्रशासन को आंखे दिखाई।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : सोमवार को खुद अवैध कब्जे हटाने के लिए रजामंद हुए दुकानदारों ने मंगलवार को अचानक प्रशासन को आंखे दिखाई। जनरल असिस्टेंट (जीए) डॉ. रजनीश अरोड़ा द्वारा अवैध कब्जा करने वालों के जब चालान काटने शुरू किए तो दुकानदार एकजुट होकर प्रशासन खिलाफ नारेबाजी पर उतर आए। मौके पर पुलिस प्रशासन भी बेअसर रहा।
हलका विधायक डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री, डीसी प्रदीप सभ्रवाल, एसएसपी दर्शन सिंह मान, एसडीएम अमनदीप कौर, नगर कौंसिल अध्यक्ष बीबी सविंदर कौर, ईओ मनमोहन सिंह रंधावा के आधारित अधिकारियों की टीम ने शहर की सड़कों और बाजार को अवैध कब्जों से मुक्त करने के लिए खाका तैयार किया था। इसके बाद प्रशासन द्वारा दुकानदारों को 6 माह में 7 बार चेतावनी दी गई। मंगलवार को कब्जा करने वाले दुकानदारों के जनरल असिस्टेंट डॉ. रजनीश अरोड़ा द्वारा चालान काटने शुरू किए तो दुकानदारों ने प्रशासन खिलाफ नारेबाजी की। शहर के एक वकील के भाई दुकानदार ने अधिकारियों के साथ बहस की। मौके पर थाना सिटी के प्रभारी इंस्पेक्टर चंद्र भूषण, ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज कृपाल सिंह, एएसआई विनोद कुमार व अन्य अधिकारियों ने दुकानदारों को शांत करना चाहा परंतू कोई भी नतीजा न निकला।
बोहड़ी चौक से लेकर चार खंभा चौक, रेलवे रोड से लेकर तहसील चौक तक दुकानदारों ने जाम लगाकर प्रशासन का कड़ा विरोध किया। इसके बाद हलका विधायक डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री और उनके बेटे डॉ. संदीप अग्निहोत्री को मौके पर भेजा। दैनिक जागरण को जानकारी देते हुए डॉ. संदीप अग्निहोत्री ने बताया कि प्रशासन द्वारा कानून के दायरे में रह कर उक्त कार्रवाई की गई है। दुकानदारों को चाहिए कि शहर को सुंदर बनाने के लिए प्रशासन का साथ दें। दुकानदारों ने बाद में अवैध कब्जे खुद हटाने का आश्वासन दिया।