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बड़ा सवाल: तरनतारन में पास, अमृतसर में फेल हुए मुलाजिम

जिला अमृतसर में हुए डोप टेस्ट में तरनतारन के पुलिस मुलाजिमों का फेल होना बड़ा सवाल है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 12:18 AM (IST)Updated: Mon, 18 Nov 2019 06:11 AM (IST)
बड़ा सवाल: तरनतारन में पास, अमृतसर में फेल हुए मुलाजिम
बड़ा सवाल: तरनतारन में पास, अमृतसर में फेल हुए मुलाजिम

जासं, तरनतारन: जिला अमृतसर में हुए डोप टेस्ट में तरनतारन के पुलिस मुलाजिमों का फेल होना बड़ा सवाल है, लेकिन इससे भी बड़ा सवाल यह है कि यह वही मुलाजिम हैं जो तरनतारन जिले में डोप टेस्ट पास कर चुके हैं, ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसी क्या धांधली हुई जो यह मुलाजिम अपने जिले में पास हो गए, लेकिन दूसरे जिले में फेल हो गए। तरनतारन में पास होने के बाद एसएसपी ने ही दोबारा इन मुलाजिमों का टेस्ट अमृतसर से करवाया था। इस मामले के बाद सेहत विभाग की भी फजीहत हुई है। ऐसे लग रहा है कि जैसे पैसे बटोरकर यहां पर डोप टेस्ट पास होने की रिपोर्ट दी जाती है। सेहत विभाग द्वारा दी गई गलत रिपोर्ट के बाद अब पुलिस विभाग द्वारा कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। चर्चा यह भी है कि सिविल अस्पताल तरनतारन और पट्टी में नशेड़ी पुलिस कर्मियों को डोप टेस्ट में पास करने के मामले में पुलिस विभाग सेहत विभाग के खिलाफ भी कड़ा एक्शन ले सकता है। नहीं बरती कोई लापरवाही : डॉ. सुदर्शन कुमार

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सिविल अस्पताल पट्टी के एसएमओ डॉ. सुदर्शन कुमार कहते है कि तीन माह के दौरान अस्पताल से 881 लोगों के डोप टेस्ट किए गए, इनमें से 83 मामले पॉजीटिव पाए गए। सरकार या पुलिसद्वारा कोई ऐसा पत्र जारी नहीं किया गया, जिसमें पुलिस कर्मियों का सामूहिक तौर पर डोप टेस्ट करने के आदेश हों। उन्होंने कहा कि डोप टेस्ट करने में विभाग द्वारा कोई भी लापरवाही नहीं बरती जाती। लापरवाही सामने आई तो होगी कार्रवाई : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. अनूप कुमार का कहना है कि डोप टेस्ट के मामले बाबत मुझे कोई जानकारी नहीं। उन्होंने ये दावा जरूर किया कि सिविल अस्पताल तरनतारन और पट्टी में डोप टेस्ट होते है। डोप टेस्ट मौके किसी प्रकार की यदि सेहत विभाग की कोई लापरवाही सामने आती है तो ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मामले की जांच जारी : एसपी

एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया ने कहा कि डोप टेस्ट मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। जितनी देर तक जांच मुकम्मल नहीं होती, उतनी देर तक कुछ भी कहना मुनासिब नहीं। ये पता लगाया जा रहा है कि डोप टेस्ट में जो पुलिस कर्मी पॉजीटिव पाए गए है, उनका कहीं इलाज तो नहीं चल रहा। यदि इलाज चल रहा है तो उनके नतीजे क्या आने वाले है, ये भी जांच का हिस्सा रहेगा।


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