अनाथ बच्चे को जिला बाल भलाई कमेटी ने भेजा चिल्ड्रन होम
तरनतारन: जिला बाल भलाई कमेटी की ओर से कम उम्र में मजदूरी करने वाले ब'चे का पता लगाकर उसे होशियारपुर के चिल्ड्रन होम में भेज दिया गया। यह कार्रवाई पंजाब सरकार के आदेश पर शुरू की गई मु¨हम के तहत मंगलवार को की गई।
जागरण संवाददाता, तरनतारन: जिला बाल भलाई कमेटी की ओर से कम उम्र में मजदूरी करने वाले बच्चे का पता लगाकर उसे होशियारपुर के चिल्ड्रन होम में भेज दिया गया। यह कार्रवाई पंजाब सरकार के आदेश पर शुरू की गई मु¨हम के तहत मंगलवार को की गई।
मामले के अनुसार गांव बागड़िया निवासी शेर सिंह की कुछ समय पहले मौत हो चुकी है। शेर सिंह की मौत के बाद उसकी पत्नी ने दूसरा दूसरा विवाह कर लिया। पिता की मौत और मां द्वारा बच्चे की परवरिश से हाथ खींचे जाने के बाद 12 वर्षीय मासूम जोबन सिंह लावारिस हो गया। पिता का साया और मां का आंचल छिनने के बाद यह मासूम न तो स्कूल जा पाया और न ही उसकी किसी ने देखभाल की। शहर की रेहड़ियों पर काम करके पुरानी कचहरी स्थित वकीलों के वीरान पड़े चैंबरों में सोता था। जिला बाल सुरक्षा अधिकारी कंवलजीत सिंह, बाल सुरक्षा अधिकारी राजेश शर्मा, जिला बाल भलाई कमेटी चेयरमैन डॉ. दिनेश गुप्ता, सदस्य एडवोकेट अमनदीप सूद, डॉ. मोनिका गुप्ता, एसपी सिंह, केएस सेखों के आधारित टीम ने बच्चे से पूछताछ की। जिसके बाद बाल सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार द्वारा गांव बागड़िया जाकर सारी रिपोर्ट तैयार की गई। उक्त रिर्पोट को जिला बाल भलाई कमेटी द्वारा जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत जुवनाइल अदालत में पेश किया गया। जिसके बाद मासूम जोबन सिंह को होशियारपुर के चिल्ड्रन होम में भेज दिया गया।