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Punjab Crime: दीपक टीनू के पास गोइंदवाल जेल में थे कई मोबाइल, पुलिस ने नहीं की थी पूछताछ

गैंगस्टर दीपक टीनू अपने साथियों समेत केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब से भागने की तैयारी में था लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर मिशन पूरा नहीं हुआ। उसने और उसके सथियों ने सेल के अंदर कई मोबाइल भी रखे हुए थे।

By DHARAMBIR SINGH MALHAREdited By: Pankaj DwivediPublished: Mon, 03 Oct 2022 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 03 Oct 2022 05:58 PM (IST)
Punjab Crime: दीपक टीनू के पास गोइंदवाल जेल में थे कई मोबाइल, पुलिस ने नहीं की थी पूछताछ
पंजाब पुलिस की गिरफ्त से फरार गैंगस्टर दीपक टीनू। पुरानी फोटो

जासं, तरनतारन। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार गैंगस्टर दीपक टीनू और उसके पांच साथियों से 13 सितंबर की रात को दो मोबाइल फोन उस समय बरामद हुए थे, जब वह केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब के कक्ष नंबर-9 में जेल से बाहर अपने साथियों से संपर्क बना रहे थे। इस मामले में थाना गोइंदवाल साहिब की पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया परंतु उनसे पूछताछ करने की जहमत नहीं उठाई।एक सप्ताह पहले भी आरोपितों के पास बाहर से मोबाइल पहुंचाए गए थे, जिस बाबत खुफिया तौर पर जांच की गई, परंतु यह जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई।

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जिला मानसा के क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) स्टाफ के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर प्रितपाल सिंह के तार दीपक टीनू के साथ पुराने जुड़ते नजर आ रहे हैं। कहा जाता है कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से संबंधित आरोपित दीपक टीनू, प्रियवर्त फौजी, कुलदीप कशम, अंकित सेरसा, सचिन भिवानी (सभी निवासी हरियाणा) व केशव बठिंडा को सुरक्षा के मद्देनजर मार्च महीने में केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में शिफ्ट कर दिया गया था।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से संबंधित इन सभी खतरनाक आरोपितों को केंद्रीय जेल के वार्ड नंबर-3 के सेल नंबर-9 में रखा गया था। 13 सितंबर की रात को केंद्रीय जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट करनैल सिंह ने सेल में छापामारी करके रात 9 बजे दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। रेडमी कंपनी का एक मोबाइल (जियो सिम) और सैमसंग कंपनी का एक मोबाइल फोन (एयरटेल सिम) को बरामद करके एएसआइ प्रेम सिंह ने थाना गोइंदवाल साहिब में मुकदमा दर्ज किया था।

बावजूद इसके, स्थानीय पुलिस ने मोबाइल फोनों की बरामदगी के मामले में आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ नहीं की बल्कि आनन-फानन में जांच के लिए मोबाइल फोन फरेंसिक लैब में भेज दिए। हालांकि एक सप्ताह पहले इसी बैरक में दो ओर मोबाइल पहुंचाए गए। मोबाइल पहुंचाने वाला कोई ओर नहीं बल्कि खाकी वर्दी से संबंधित बताया जाता है। जिस बाबत खुफिया एजेंसियों ने अपने तौर पर जांच शुरू की है।

गोइंदवाल जेल से भागने की फिराक में था टीनू

दीपक टीनू अपने साथियों समेत केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब से भागने की तैयारी में था लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर मिशन पूरा नहीं हुआ। दीपक चाहता था कि केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब से किसी ओर जेल में शिफ्ट हो जाए। जिस दौरान मानसा जिले के सीआइए स्टाफ की पुलिस को चकमा देकर वह भाग निकला। थाना गोइंदवाल साहिब के प्रभारी इंस्पेक्टर राजिंदर सिंह ने बताया कि केंद्रीय जेल से मोबाइल बरामदगी के मामले में आरोपितों से पूछताछ नहीं की गई थी। अब उच्च अधिकारियों के आदेश पर दीपक टीनू के बाकी साथियों से पूछताछ की तैयारी की जा रही है।


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