हथियारबंद लुटेरों से निहत्थे लड़ते रहे एएसआइ, छाती में गोली लगने से हुई मौत
। जिले में कानून व्यवस्था की क्या हालत है इसका पता शनिवार की देर रात एएसआइ गुरदीप सिंह की हुई हत्या से चलता है। दो हथियारबंद लुटेरों ने गोली मारकर एएसआइ को मौत के घाट उतार दिया। वारदात में एएसआइ का बेटा मनप्रीत सिंह भी घायल हो गया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : जिले में कानून व्यवस्था की क्या हालत है, इसका पता शनिवार की देर रात एएसआइ गुरदीप सिंह की हुई हत्या से चलता है। दो हथियारबंद लुटेरों ने गोली मारकर एएसआइ को मौत के घाट उतार दिया। वारदात में एएसआइ का बेटा मनप्रीत सिंह भी घायल हो गया।
घटना के दूसरे दिन भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग पाया है। बम निष्क्रिय टीम के इंचार्ज एएसआइ गुरदीप सिंह पुलिस लाइन के क्वार्टर-69 में परिवार के साथ रहते थे। रात को उनकी तबीयत खराब हो गई। वह बेटे मनप्रीत सिंह उर्फ मनी के साथ स्कूटी पर गांव कक्का कंडियाला में डाक्टर के पास दवा लेने जा रहे थे। होटल सेवन स्टार से महज 500 गज की दूरी पर लुक प्लांट है। यहां बाइक पर सवार नकाबपोश लुटेरों ने उन्हें घेर लिया। एक लुटेरे ने मनप्रीत के सिर पर लोहे की राड से हमला कर उससे मोबाइल छीन लिया। मोबाइल के कवर में रखे एक हजार रुपये भी लुटेरों के हाथ लग गए।
इस बीच, निहत्थे एएसआइ गुरदीप सिंह ने बहादुरी से लुटेरों का मुकाबला किया। हाथापाई के दौरान एक लुटेरे ने देसी पिस्तौल से एएसआइ की छाती में गोली दाग दी जो आर पार हो गई। घटना के पंद्रह मिनट बाद थाना सिटी प्रभारी सब इंस्पेक्टर जसवंत सिंह पहुंचे। इसके बाद एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले, डीएसपी कमलजीत सिंह औलख व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया।
घायल मनप्रीत सिंह को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। डीएसपी औलख ने बताया कि मनप्रीत के बयान पर पुलिस ने दो अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।