पंजाब रोडवेज के कांट्रेक्ट कर्मियों ने फूंका कैप्टन का पुतला
। बोहड़ी चौक में पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : कोरोना महामारी के दौरान बाहरी राज्यों के नागरिकों को उनके घरों तक छोड़ने के लिए जान की परवाह नहीं की। परंतु अब कांग्रेस सरकार हमारे वेतन में 25 फीसद कटौती कर रही है। यह कटौती केवल ठेका सिस्टम पर काम करने वाले कच्चे मुलाजिमों पर लागू है। यह कहना है पंजाब रोडवेज, पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्ज यूनियन के अध्यक्ष सतनाम सिंह तुड़ का।
इसके विरोध में पंजाब रोडवेज डिपो से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के पुतले की अर्थी के साथ काले झंडे लेकर शहर में रोष मार्च निकाला गया। बोहड़ी चौक में पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
सतनाम सिंह तुड़ ने कहा कि ठेके पर काम करने वाले कर्मियों की तनख्वाह मुश्किल से दस हजार रुपये है। जिसमें से ढाई हजार रुपये कोविड के नाम पर काट लिए जाते हैं। परंतु रोडवेज के किसी भी पक्के मुलाजिम की तनख्वाह नहीं काटी जाती। उन्होंने कहा कि सरकार की धक्केशाही के खिलाफ 13 अगस्त को गुलामी दिवस मनाया जाएगा। अगर सरकार ने ठेके पर काम करने वाले कर्मियों प्रति व्यवहार न बदला तो 15 अगस्त को जालंधर में रोष रैली की जाएगी। इस मौके परमजीत सिंह, गुरवेल सिंह, निरभय सिंह, अवतार सिंह, रजवंत सिंह, कंवलजीत सिंह ढोटियां मौजूद थे।