किसान पर झूठा केस दर्ज करने वाले थाना प्रभारी पर दर्ज हो पर्चा
। भारतीय इंकलाबी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपीआइ) ने एसएसपी कार्यालय तरनतारन का घेराव किया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : पंजाब पुलिस की धक्केशाही के विरोध में बुधवार को भारतीय इंकलाबी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपीआइ) ने एसएसपी कार्यालय तरनतारन का घेराव किया। इस पार्टी वर्करों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, धरने के कारण एसएसपी कार्यालय में आए लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि लोगों पर झूठे मामले दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर तथा उन्हें तुरंत निलंबित किया जाए। एसपी (डी) जगजीत सिंह वालिया प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए धरनास्थल पर पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी जिद पर अड़े रहे। इसके उपरांत एसपी वालिया ने एसएसपी ध्रुव दहिया से आरएमपीआइ नेताओं की बैठक करवाई। एसएसपी के आश्वासन के बाद धरना खत्म किया गया।
इससे पहले, आरएमपीआइ नेता मुख्तार सिंह मल्ला, दलजीत सिंह दयालपुरा, सुखदेव सिंह गोहलवड़ और सुलक्खण सिंह तुड़, परगट सिंह जामाराय, जसपाल सिंह झब्बाल, चमन लाल दराजके व बलदेव सिंह पंडोरी ने कहा कि सियासी दबाव पर थानों के काम में दखलअंदाजी हो रही है, जिससे आम जनता को न्याय नहीं मिल रहा। थानों का पूरी तरह से राजनीतिकरण हो चुका है। चोरी, लूटपाट, डकैती, नशा बरामदगी के केसों में इजाफा हुआ है। वहीं, झूठे पर्चे दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस द्वारा लोगों की जमीनों व घरों पर कब्जे करवाना आम हो गया है। थानों में जनता की सुनवाई नहीं हो रही।
इन नेताओं ने कहा कि भिखीविंड के गांव बैंका में गुंडों ने सरेआम महिला की इज्जत पर हाथ डाला। पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय उलटा परिवार पर ही केस दर्ज कर दिया। थाना सदर तरनतारन के प्रभारी ने राजनीतिक दबाब में गांव बाकीपुर निवासी किसान सुखदेव सिंह और उसके परिवार पर झूठा केस दर्ज कर सारे परिवार को जेल भेज दिया। यही नहीं, सुखदेव सिंह के घर पर पुलिस पार्टी भेजकर कब्जा जमा लिया गया। यहां तक कि किसान सुखदेव सिंह का धान भी काट दिया गया।
जिस महिला को पीटा गया, उस पर ही केस दर्ज किया
इसी प्रकार गांव फैलोके की महिला मनजीत कौर को खेतों में बांधकर पीटा गया। इस मामले में पुलिस ने उलटा महिला पर केस दर्ज कर लिया। इसके अलावा बाकी थानों में भी शिकायतों का कोई निपटारा नहीं किया जा रहा। एसएसपी तरनतारन के कार्यालय द्वारा जो शिकायतें जांच के लिए मार्क की जाती हैं, उनकी जांच छह माह से लटकती आ रही है। सभी नेताओं ने मांग की कि सियासी दबाव में झूठे केस दर्ज करने वाले थाना सदर के प्रभारी को तुरंत निलंबित किया जाए। इस अवसर पर मनजीत सिंह बग्गू, कर्म सिंह फतेहाबाद, हरदीप सिंह रसूलपुर, निरपाल सिंह जोणेके, हरभजन सिंह, बलदेव सिंह भैल, जसबीर सिंह वैरोवाल, दारा सिंह मुंडापिंड, पाल सिंह जामराय, जरनैल सिंह दयालपुरा, जसबीर सिंह गंडीविंड, बलविंदर सिंह भिखीविंड, कुलवंत सिंह और बलदेव सिंह गोहलवड़ उपस्थित थे।