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इज्‍जतदार परिवार के युवक का ऐसा हुआ हाल, फिर पत्‍नी से कराने लगा गंदा काम

पंजाब में नशे ने कई परिवार को बर्बाद कर दिया, लेकिन तरनतारन के एक संभ्रांत परिवार के युवक ने सारी सीमाएं लांघ दी। वह खुद तो बर्बाद हुआ ही पत्‍नी से देह व्‍यापार कराने लगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 03:31 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 08:32 AM (IST)
इज्‍जतदार परिवार के युवक का ऐसा हुआ हाल, फिर पत्‍नी से कराने लगा गंदा काम
इज्‍जतदार परिवार के युवक का ऐसा हुआ हाल, फिर पत्‍नी से कराने लगा गंदा काम

तरनतारन, [धर्मबीर सिंह मल्हार]। नशे ने इतने घर उजाड़े कि उनकी गिनती करना मुश्किल है। आए दिन नशे के कारण बर्बाद हुए कई परिवारों के किस्से जग जाहिर हो रहे हैं। ऐसा ही एक किस्सा तरनतारन का है। यहां शहर के प्रतिष्ठित परिवार का एक युवक नशे के चंगुल में ऐसा फंसा कि उसने परिवार काे बर्बाद और बर्बाद कर दिया। रूप कुमार (बदला हुआ नाम) ने खुद को नशे में तो धकेला ही साथ ही अपनी पत्नी को देह व्यापार से जोड़ दिया।

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शहर के एक प्रतिष्ठित परिवार से जुड़े रूप कुमार का विवाह 1997 में रोशनी (काल्पनिक नाम) से हुआ। विवाह के बाद रूप कुमार नशे की दलदल में पड़ गया। उस समय तरनतारन क्षेत्र में हेरोइन आसानी से मिल जाती थी। हेरोइन के कश लगाते रूप कुमार ने अपना खर्चा इतना बढ़ा दिया कि उसका कारोबार ठप होने की कगार पर आ गया। आर्थिक तंगी व नशे की तलब पूरी करने के लिए रूप कुमार ने अपनी पत्नी को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया।

इस बात का jयुवक के पिता ने विरोध किया तो उसे घर से निकाल दिया। पति के दबाव में आ कर रोशनी से देह व्यापार का धंधा शुरू कर दिया। रोशनी की सास ने भी इस अनैतिक कार्य से उसे नहीं रोका। इस बीच, वर्ष 2008  में हत्या के आरोप में रूप कुमार और उसकी पत्‍नी जेल चले गए। इस केस में दंपति को आठ माह की जेल हो गई। जमानत पर रिहा होने के बाद के बाद रूप कुमार नशे का पक्का आदी हो गया।

रूप कुमार ने बताया कि उनकी शहर के बाहर कोठी है। इस कोठी में जब भी पुलिस की रेड होती तो पुलिस पार्टी की मुट्ठी गर्म (रिश्वत) कर दी जाती थी। कुमार ने बताया कि उनका 18 वर्ष का एक बेटा भी है। वह भी उसी की ही तरह बुरी संगत का शिकार होकर हेरोइन पीने व बेचने लगा है। अब हालत यह है कि परिवार के तीनों सदस्य पुलिस रिकार्ड में कलंकित हो चुके हैं।

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रूप कुमार अब खुद को संभालने लिए तरनतारन के सिविल अस्पताल में चलाए जा रहे ओएसटी केंद्र से इलाज करवा रहा है। वह बेटे के लिए दवा ले रहा है। उसका कहना है कि अब वह बेटे के भविष्य के लिए नशे को हाथ नहीं लगाएगा। उसने कहा कि अब उसकी पत्‍नी भी अपने पुराने धंधे छोड़ चुकी है।

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40 दिनों में बुझे 18 घरों के चिराग, सभी मरने वाले 18 से 32 वर्ष के

भारत-पाक सीमा के पास सटे जिला तरनतारन में नशे की इतनी मार पड़ी कि 40 दिन में ही जिले के 18 घरों के चिराग बुझ गए। इनमें अधिक मामले में मौत नशे की ओवरडोज के कारण हुई है। 17 जून को कस्बा फतेहाबाद निवासी 25 वर्षीय सुखजिंदर सिंह की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई। 8 जून को इसी कस्बे में रेलवे क्रासिंग के पास 24 वर्षीय अवतार सिंह का शव मिला। उसकी मौत ओवरडोज से हुई। 9 जून को गांव बलेर निवासी 25 वर्षीय गुरजीत सिंह की नशे के टीके ने जान ले ली। 11 जून को गांव बाकीपुर निवासी 19 वर्षीय युवक जगजीत सिंह की जान भी नशे के टीके कारण गई।

21 जून को गांव भैल ढाए वाला निवासी 23 वर्षीय युवक नवनीत सिंह की जान नशे की ओवरडोज ने ले ली। गांव घुरकविंड में 23 जून को 27 वर्षीय युवक गुरलाल सिंह की मौत का कारण भी नशे का टीका बना। 24 जून को गांव एमा कलां निवासी 29 वर्षीय गुरजंट सिंह की मौत नशे के टीके से हो गई। 25 जून को गांव ढोटिया निवासी 22 वर्षीय युवक गुरभेज सिंह की मौत नशे की ओवरडोज से हुई।

28 जून को झब्बाल में 24 वर्षीय हरपाल सिंह सोनू की जान नशे की ओवरडोज कारण चली गई। इसी दिन गांव किरतोवाल निवासी 24 वर्षीय सिंदबाज सिंह की जान भी नशे के टीके कारण गई। गांव बूह हवेलिया निवासी 28 वर्षीय अमनदीप सिंह की 4 जुलाई को नशे की ओवरडोज ने जान ले ली। खडूर साहिब निवासी 22 वर्षीय मनजिंदर सिंह की नशे के टीके ने जान ले ली।

5 जुलाई को गांव ठट्ठी खारा लिंक सड़क पर शैफल शर्मा नामक 21 वर्षीय युवक का शव मिला। ग्रामीणों का दावा है कि युवक की मौत नशे के टीके कारण हुई। हालाकि परिवार द्वारा पुलिस कार्रवाई नहीं करवाई। 17 जुलाई को पट्टी के बाबा जीवन सिंह नगर निवासी दो बच्चों के पिता कुलविंदर सिंह की जान भी नशे की ओवरडोज ने ले ली।

सीमावर्ती गांव लाखणा निवासी 24 वर्षीय करतार सिंह की 8 जुलाई को नशे की ओवरडोज से मौत हो गई, जबकि इसी दिन माडी कंबोके निवासी 32 वर्षीय युवक अंग्रेज सिंह ने नशा न मिलने से फंदा लगा कर जान दे दी। इतना ही नहीं 10 जुलाई को कस्बा झब्बाल निवासी 22 वर्षीय गब्बर उर्फ भारत नामक युवक की नशे का टीका लगाने से जान चली गई। उक्त युवक का भाई नशे की ओवरडोज से मारा गया था। गांव भुच्चर कलां निवासी 22 वर्षीय युवक जजबीर सिंह की 15 जून को उस समय मौत हो गई जब गांव में डैपो द्वारा रैली निकाली जा रही थी। जजबीर सिंह की मां के मुताबिक नशा न मिलने से वह परेशान था।


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