Move to Jagran APP

चोहला साहिब की बीडीपीओ, थाना प्रभारी व सरपंच के खिलाफ दर्ज हो हत्या का केस

गांव घड़का निवासी कश्मीर सिंह (70) की पुलिस हिरासत में मौत के बाद उसके परिवार ने विभिन्न संगठनों को साथ लेकर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 11:40 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 11:40 PM (IST)
चोहला साहिब की बीडीपीओ, थाना प्रभारी व सरपंच के खिलाफ दर्ज हो हत्या का केस
चोहला साहिब की बीडीपीओ, थाना प्रभारी व सरपंच के खिलाफ दर्ज हो हत्या का केस

जागरण संवाददाता, तरनतारन : विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव घड़का निवासी कश्मीर सिंह (70) की पुलिस हिरासत में मौत के बाद उसके परिवार ने विभिन्न संगठनों को साथ लेकर प्रदर्शन किया। 44 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच लोग इंसाफ के लिए डटे रहे। उनके पक्ष में शहीद भगत सिंह नौजवान सभा, अकाली दल टकसाली, जम्हूरी किसान सभा, देहाती मजदूर सभा, आरएमपीआइ, श्रमिक किसान यूनियन, खेत मजदूर सभा के नेता उतरे। शनिवार को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर कड़ी धूप में सभी ने धरना लगाया। मांग की कि इस मामले में बीडीपीओ चोहला साहिब राजिंदर कौर, थाना प्रभारी सोनमदीप कौर, सरपंच मंदीप सिंह के खिलाफ धारा 302 का मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ ही परिवार को 10 लाख का मुआवजा दिया जाए।

loksabha election banner

इन सवालों पर कन्नी काट रहा प्रशासन

लोगों का सवाल था कि 20 वर्ष पहले पंचायत द्वारा अलॉट की गई जमीन खाली कराने के लिए जेसीबी लेकर पहुंचने वाली बीडीपीओ रजिंदर कौर के पास किस अदालत का आदेश था। किसी अधिकारी के लिखित आदेश पर उक्त महिला अधिकारी पुलिस फोर्स लेकर मकान गिराने पहुंची। इन सवालों का जवाब देने में प्रशासन पूरी तरह से कन्नी काट रहा है।

इस मौके प्रगट सिंह जामाराय, जसपाल सिंह ढिल्लों, सतनाम सिंह चोहला साहिब, सुलक्खन सिंह तुड़, मंजीत सिंह बग्गू, बलदेव सिंह पंडोरी, डॉ. सतनाम सिंह, मुख्तयार सिंह मल्ला, करम सिंह फतेहाबाद, रेशम सिंह फैलोके, दारा सिंह मुंडापिंड, सुखदेव सिंह गोहलवड़, बलविंदर सिंह फैलोके, गुरविंदर सिंह दोदे, नरिदर सिंह तुड़ ने कहा कि घटना के दूसरे दिन भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने का भरोसा नहीं दिया जा रहा। बाद दोपहर डीएसपी गोइंदवाल रविंदरपाल सिंह ढिल्लों, थाना सदर प्रभारी इंस्पेक्टर गुरचरन सिंह, एएसआइ बलराज सिंह व अन्य अधिकारी पहुंचे। डीएसपी संधू ने दावा किया कि कश्मीर सिंह ने पुलिस पार्टी को देख कर कुछ निगल लिया था। उसकी जान बचाने के लिए मेडिकल सेवाएं जरूरी थीं, इसलिए उसे उठाकर अस्पताल लाए थे। लेकिन, प्रदर्शनकारियों ने साफ कह दिया कि जिम्मेदार पुलिस व सिविल प्रशासन के अधिकारियों खिलाफ मुकदमा दर्ज होने, मृतक के परिवार को 10 लाख का मुआवजा दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा। इसके बाद पुलिस अधिकारी मौके पर कोई भी आश्वासन दिलाए बिना वापस लौट गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.