महारैली में सुरक्षा व्यवस्था सुस्त, मेटल डिटेक्टर पर भी नहीं थे सुरक्षाकर्मी
किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से नई अनाज मंडी में महारैली करके तीनों कृषि सुधार कानूनों को रद करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी (पंजाब) की ओर से नई अनाज मंडी में महारैली करके तीनों कृषि सुधार कानूनों को रद करने का प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही डा. स्वामीनाथन कमिशन की रिपोर्ट मुताबिक 50 प्रतिशत इजाफा करके फसलों के दाम देने, दिल्ली आंदोलन के दौरान दर्ज किए केस वापस लेने, गिरफ्तार किए लोगों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। महारैली की अध्यक्षता प्रदेश महासचिव सरवण सिंह पंधेर ने की। महारैली पर महिलाओं की संख्या भले ही पुरुषों के मुताबिक पचास फीसद थी, परंतु मंच पर किसी भी महिला नेत्री को नहीं बुलाया गया। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर महारैली वाले स्थान को घेराबंदी में लेते हुए एंट्री वाले रास्ते पर दो मेटल डिटेक्टर लगाए गए। एक मेटल डिटेक्टर को मंच पर जाने वाले नेताओं की एंट्री पर लगाया गया, यहां पुलिस पूरी तरह से नदारद रही। मेन गेट वाले मेटल डिटेक्टरों के पास कुछ पुलिस कर्मी चाय पीते दिखाई दिए। रैली में प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति की तलाशी नहीं ली गई। दिल्ली आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों के परिवारों को सम्मानित करते हुए ननकाना साहिब के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर किसानों ने कृषि कानूनों को रद करने की मांग की है।
रैली के दौरान सुखविंदर सिंह सभरा, गुरलाल सिंह पंडोरी, जसबीर सिंह पिद्दी, हरप्रीत सिंह सिधवां, तेजिंदरपाल सिंह राजू रसूलरपुर, सतनाम सिंह मानोचाहल, सुखविंदर सिंह दुग्गलवाला, गुरजीत सिंह गंडीविंड, धन्ना सिंह लालू घुम्मण, सलविंदर सिंह जीयोबाला, दयाल सिंह मीयांविंड, जवाहर सिंह टांडा, हरबिंदर सिंह कंग, रेशम सिंह घुर्कविंड, साहिब सिंह पहूविंड मौजूद थे।