पुलिस की तैनाती व सीसीटीवी कैरों की निगरानी में हुए डोप टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्री की फटकार के बाद सिविल अस्पताल में वीरवार को डोप टेस्ट करवाए गए। यह टेस्ट पुलिस और सीसीटीवी की निगरानी में हुए।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
स्वास्थ्य मंत्री की फटकार के बाद सिविल अस्पताल में वीरवार को डोप टेस्ट के दौरान मुकम्मल प्रबंध दिखे।
जिले से करीब 200 लोग डोप टेस्ट करवाने पहुंचे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मुलाजिम तैनात किए गए थे। 25 लोगों को टोकन जारी कर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में इनके डोप टेस्ट किए गए।
मंगलवार को सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करवाने आए लोगों ने टोकन न मिलने पर सेहत विभाग के स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया था। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था, जिसका कड़ा संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी और सिविल सर्जन को डोप टेस्ट के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने के आदेश दिए थे।
वीरवार को डॉ. केडी सिंह की अगुआई में सेहत विभाग की टीम ने टेस्ट करवाने सिविल अस्पताल में पहुंचे लोगों के दस्तावेजों की जांच की। इसके बाद लोगों को टोकन जारी किए गए। प्रति व्यक्ति से 1500 रुपये सरकारी फीस लेने के बाद रसीद दी गई। डॉ. रेखा राणा की निगरानी में एक-एक करके 25 लोगों को डोप टेस्ट की मुकम्मल प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। टेस्ट की प्रक्रिया चार सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में पूरी की गई।
डॉ. रेखा राणा के साथ एलटी परमजीत सिंह सोखी को तैनात किया गया। वहीं, डोप टेस्ट के दौरान सारा स्टाफ नया लगाया था। मंगलवार को जिनकी ड्यूटी थी, वीरवार को उनमें से कोई कर्मचारी नजर नहीं आया। अस्पताल में एंट्री से लेकर डोप टेस्ट वाले कमरे में लोगों की जानकारी के लिए स्लिप लगाई गई कि एक दिन में केवल 25 लोगों के डोप टेस्ट हो पाएंगे।
डोप टेस्ट करवाने आए बाबा नंद सिंह मुंडापिंड वालों ने बताया कि मंगलवार को भी वह अस्पताल आए थे, परंतु टोकन नहीं मिला। लगातार तीसरी बार टोकन लेने के लिए आए महिदर सिंह, केवल सिंह, सुच्चा सिंह, राजपाल सिंह, बलजीत सिंह, अमरजीत सिंह और गुलजार सिंह ने बताया कि समय पर आने के बावजूद उन्हें टोकन जारी नहीं हुआ, आज का दिन भी बेकार गया।
क्यूआरटी की गई थी तैनात : डीएसपी बल
डीएसपी सुच्चा सिंह बल ने बताया कि सिविल अस्पताल के बाहर क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की टीम तैनात की गई है। यह टीम अस्पताल के समय तक ड्यूटी पर मौजूद रहेगी। डोप टेस्ट के दौरान चार पुलिस मुलाजिमों की तैनाती की गई है। जरूरत पढ़ने पर पीसीआर की टीमों को भी मुस्तैद किया जाएगा। ताकि डोप टेस्ट प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह का कोई हंगामा न हो। डोप टेस्ट में सभी नियमों का पालन किया गया : डॉ. गुप्ता
सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. इंद्र मोहन गुप्ता ने कहा कि कि सभी लोगों का डोप टेस्ट सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हुआ। यूरिन सैंपल लेने से हर व्यक्ति की गहनता से तलाशी ली गई। लोगों की जानकारी के लिए लिखकर लगाया गया था कि डोप टेस्ट मंगलवार और वीरवार को ही होंगे।