तरनतारन में डेंगू का कहर जारी, अब तक 80 मामले आए सामने
। डेंगू का डंक आम जनता और सेहत विभाग का पीछा नहीं छोड़ रहा।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : डेंगू का डंक आम जनता और सेहत विभाग का पीछा नहीं छोड़ रहा। जिले में अब तक डेंगू से प्रभावित 80 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 100 के करीब संदिग्ध मरीजों की मेडिकल रिपोर्ट आनी बाकी है। समीपवर्ती गांव कक्का कंडियाला की बात करें तो यहां पर डेंगू प्रभावित मरीजों की संख्या डेढ़ दर्जन तक पहुंच चुकी है।
सेहत विभाग द्वारा सिविल अस्तपाल में डेंगू प्रभावित मरीजों के लिए अलग तौर पर वार्ड बनाई गई है। डेंगू के डंक से 21 सितंबर को खेमकरण के निजी शिक्षक दीपक कालिया की मौत हो गई थी। इसके बाद सेहत विभाग को हाथ पैरों की पड़ गई। विभाग द्वारा जगह-जगह जागरूकता कैंप लगाए गए। इसके बावजूद डेंगू ने लोगों का पीछा नहीं छोड़ा। चार दिन पहले कस्बा झब्बाल में डेंगू प्रभावित मरीज की मौत हो गई। हालांकि सेहत विभाग दोनों मौतों को डेंगू के मामले से नहीं जोड़ रहा। सूत्रों की मानें तो सिविल अस्पताल में अब तक करीब ढाई सौ लोगों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 80 लोग डेंगू से प्रभावित पाए गए है। शहरी क्षेत्र में तीन दर्जन के करीब लोग डेंगू से प्रभावित हैं। तरनतारन के समीप गांव कक्का कंडियाला में डेंगू से प्रभावित लोगों की संख्या डेढ़ दर्जन ऊपर हो चुकी है। डेंगू प्रभावित मरीजों के इलाज लिए बनाई गई वार्ड में चार दिन से एक भी मरीज दाखिल नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो कई लोग निजी अस्पतालों से डेंगू का इलाज करवा रहे है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है: डॉ. धवन जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. स्वर्णजीत धवन कहते हैं कि गांव कक्का कंडियाला में डेंगू प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पंचायत को साथ लेकर सेहत विभाग द्वारा कैंप लगाया गया है। लोगों को डेंगू बाबत जागरूक करने लिए सेहत विभाग की टीमों द्वारा घर-घर जाकर दस्तक दे रही हैं। डेंगू प्रभावित इलाके में सेहत विभाग की टीमों द्वारा बकायदा स्प्रे करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल में डेंगू का मुफ्त इलाज किया जा रहा है। ऐसे करें डेंगू से बचाव - कूलर और गमलों के पानी को सप्ताह में एक बार जरूर बदलें।
- शरीर पर पूरे कपड़े पहनें।
- रात को सोने के समय मच्छर भगाने वाले क्रीम, तेल व मच्छरदानी का प्रयोग करें।
-बुखार होने पर एसप्रीन व ब्रूफिन लेने से परहेज करते हुए पैरासीटामोल ही लें। डेंगू के लक्ष्ण तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, चमड़ी पर दाने निकलना, आंखों के हिस्से में दर्द की शिकायत, मसूड़ों और नाक से रक्त बहना डेंगू होने के लक्ष्ण हैं।