ढाई क्विंटल की सुनहरी पालकी साहिब दिल्ली रवाना
गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में सुशोभित होने वाली ढाई क्विंटल वजन की सुनहरी पालकी साहिब शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गई है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में सुशोभित होने वाली ढाई क्विंटल वजन की सुनहरी पालकी साहिब शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गई है। अब 28 अक्टूबर को गुरुद्वारा नानक पयाओ दिल्ली से नगर कीर्तन के रूप में विशेष बस के जरिये यह पालकी साहिब पाकिस्तान के लिए रवाना होगी।
कार सेवा संप्रदाय के मुखी बाबा जगतार सिंह की देखरेख में यह पालकी साहिब अमृतसर व बनारस के कारीगरों ने डेढ़ माह में तैयार की है। सोने, चंदन की लकड़ी और तांबे से बनी इस पालकी साहिब को श्री दरबार साहिब अमृतसर के हैड ग्रंथी ज्ञानी सुखजिंदर सिंह ने अरदास करके रवाना किया।
बाबा जगतार सिंह व बाबा महिदर सिंह ने बताया कि 28 अक्टूबर को गुरुद्वारा नानक पयाओ दिल्ली से पाकिस्तान के लिए नगर कीर्तन रवाना होगा, जो 31 अक्टूबर को पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पहुंचेगा। लुधियाना और अमृतसर में विश्राम करेगा नगर कीर्तन
28 अक्टूबर : नगर कीर्तन गुरुद्वारा नानक पयाओ दिल्ली से रवाना होकर देर रात लुधियाना में विश्राम करेगा।
29 अक्टूबर : लुधियाना से गुरुद्वारा बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी पहुंचेगा।
30 अक्टूबर : तलवंडी चौधरियां मौड़ मंडी, गोइंदवाल साहिब, फतेहाबाद, खडूर साहिब, नौरंगाबाद, तरनतारन के बोहड़ी, जंडियाला रोड से चलते हुए गांव बंडाला, मानावाला, गोल्डन गेट के बाद रात अमृतसर में विश्राम करेगा।
31 अक्टूबर : अमृतसर से रवाना होकर अटारी बाघा बॉर्डर से होकर गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के दर्शन के बाद गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पहुंचेगा।