पेंशन के लिए बुजुर्गो को करना पड़ रहा इंतजार
तरनतारन लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने बैंक खोल दिए हैं। वहीं पेंशन लेने वाले बुजुर्गो को इंतजार करना पड़ रहा है लेकिन इनमें इसका कोई शिकवा नहीं है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : 92 वर्ष की प्रीतम कौर ने कहा कि जीवन में पहला अवसर है जब किसी आपदा को लेकर सड़कों को सुनसान देख रही है। वहीं, फैक्ट्रियों की चिमनियों से अब पहले की तरह धुआं नहीं उठ रहा है। अब वाहेगुरु आगे यही अरदास है कि जो संकट दुनिया भर में पैदा हुआ है, वह टल जाए। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के बाहर सुबह आठ बजे ही पेंशन लेने लिए महिलाओं की कतार लग जाती है। इस कतार में शामिल महिलाओं को फिजिकल डिस्टेंस पर जागरूक करने के लिए महिला पुलिसकर्मी तैनात होती हैं। बैंक खुलने का समय भले ही दस बजे का है, परंतु दो घंटे पहले महिलाएं कतार में लग जाती हैं। बुजुर्ग महिला प्रीतम कौर ने सहारे के लिए हाथ में लाठी पकड़ रखी थी। इनका कहना था कि आतंकवाद के दौर में इतनी सख्ती नहीं थी, जितनी अबकी बार है। इसी सख्ती कारण ही लोग कोरोना से बच सकेंगे। पेंशन लेने आई जागीर कौर, गुरमीत कौर, बलजिंदर कौर, नरिदर कौर, सरूप राणी ने बताया कि कर्फ्यू के बावजूद वह पेंशन लेने आई हैं, ताकि घरों का खर्च चलाने में थोड़ी राहत मिल सके। पेंशन लेने के लिए तीन से चार घंटे कतार में इंतजार करना पड़ता है, परंतु इसका कोई दुख नहीं। यह सब हमारे भले के लिए ही है। हरजिंदर कौर, दलबीर कौर, बलविंदर कौर, प्रेम कौर कहती है कि बैंक के बाहर अगर बैठने की व्यवस्था हो जाए, तो इंतजार करना आसान हो जाएगा।