अब सप्ताह के तीन दिन में 90 लोगों के डोप टेस्ट होंगे
अब जिला सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करने के लिए तीन दिन तय किए गए हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
अब जिला सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करने के लिए तीन दिन तय किए गए हैं। सप्ताह पहले मंगलवार और वीरवार को डोप टेस्ट होते थे और लोगों की संख्या 200 के करीब पहुंच जाती थी। इसमें से सिर्फ 25 मरीजों को ही टेस्ट के लिए टोकन दिए जाते थे और बाकि बचे लोगों को लौटा दिया जाता था। दैनिक जागरण ने इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया जिसके बाद हरकत में आए सेहतमंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने डीसी प्रदीप सभ्रवाल, सिविल सर्जन अनूप कुमार व एसएसपी ध्रुव दहिया को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आदेश जारी किए। इसके बाद डीसी ने सिविल सर्जन और एसएमओ से बैठक की। जिसमें फैसला लिया कि मंगल, बुध और वीरवार को 30-30 लोगों के टेस्ट किए जाएंगे यानि कि तीनों दिन में 90 लोगों के टेस्ट होंगे। पहले 50 मरीजों के टेस्ट होते थे। इसी क्रम में वीरवार को सिविल अस्पताल में पुलिस सुरक्षा व सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में 30 लोगों के डोप टेस्ट किए गए। हालांकि मंगलवार को 25 लोगों के डोप टेस्ट किए गए थे। जिनमें केवल एक डोप टेस्ट पॉजीटिव पाया गया। इस सुविधा से लोगों को काफी राहत मिली है।
डॉ. राणा की अगुआई में टीम ने जांचे कागज
डॉ. रेखा राणा की अगुआई में सेहत विभाग की टीम ने मरीजों के कागजों की जांच की। इसके बाद रजिस्ट्रेशन का काम मुकम्मल होते ही सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक 30 लोगों के टेस्ट किए गए। वहीं अगले हफ्ते के टोकन बांटने के कारण सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट करवाने वालों की भीड़ भी नहीं दिखाई दी।
हैलो, सीएम के घर का चालक आया है, जल्द करवाओ टेस्ट, बिना रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ
वीरवार को डोप टेस्ट कर रहे एक डॉक्टर को सीएम हाउस से फोन आया। फोन करने वाले ने सिफारिश करते कहा कि सुखवंत सिंह पूर्व सैनिक है जो सीएम हाउस में चालक है। उसका समय काफी कीमती है इसलिए उसका तुरंत डोप टेस्ट किया जाए। इस काल के बाद जब कागजात की जांच की तो सुखवंत सिंह की सेवा केंद्र से रजिस्ट्रेशन नहीं हुई थी जिसके चलते उसका डोप टेस्ट नहीं हो पाया।
प्रक्रिया पर पूरी नजर : डॉ. गुप्ता
एसएमओ डॉ. इंद्र मोहन गुप्ता ने बताया कि डोप टेस्ट को लेकर डिप्टी कमिश्नर के साथ बैठक हुई है, जिसके बाद 30 लोगों के डोप टेस्ट किए गए हैं। उन्होंने कहा कि डोप टेस्ट मामले में किसी भी तरह की लापरवाही व मिलीभगत न हो, इसके लिए खुद सारी प्रक्रिया का निरीक्षण कर रहे हैं।ेो