डिपोर्ट हुए गुरशरनदीप की मां ने लगाई मोदी से गुहार
कुलवंत कौर ने कहा कि मेरे जिगर के टुकड़े गुरशरनदीप सिंह की तरह कई और युवा भी पंजाब लौट आए हैं।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव बागड़िया निवासी कुलवंत कौर ने कहा कि 45 लाख की जमीन बेचकर अपने 12वीं पास लड़के गुरशरनदीप सिंह को यह सोचकर नवंबर 2018 में अमेरिका भेजा था कि घर का चूल्हा आसानी से जल सकेगा, परंतु ऐसा नहीं हो पाया।
कुलवंत कौर ने कहा कि मेरे जिगर के टुकड़े गुरशरनदीप सिंह की तरह कई और युवा भी पंजाब लौट आए हैं। ये वहीं लड़के हैं जिनका भविष्य बनाने लिए उनके परिजनों ने जमीन जायदाद बेचने के अलावा लाखों का कर्ज लिया था। देश के प्रधानमंत्री नरिदर मोदी को चाहिए था कि अमेरिका के साथ बात करके देश के उन युवाओं का भविष्य सुरिक्षत करते जो ट्रैवल एजेंटों का शिकार होकर अमेरिका के जंगल और पहाड़ों में समय गुजार रहे हैं। फर्जी ट्रैवल एजेंटों का शिकार होकर लाखों रुपये उजाड़कर भी अपने बच्चे का भविष्य नहीं बना सके। अब न तो ट्रैवल एजेंट कोई न्याय देने वाले हैं और न ही उसका लाल दोबारा अमेरिका जा सकता है। केंद्र सरकार को चाहिए कि ऐसे परिवारों का दर्द समझते हुए उनका साथ दिया जाए।
कुलवंत कौर ने कहा कि अब कैप्टन सरकार पर भी कोई उम्मीद नहीं रही। घर-घर नौकरी देने के वादे सभी के सामने हैं। अब कैप्टन सरकार को कोरोना का बहाना मिल गया है। पंजाब की जवानी बाबत सरकार को कोई फिक्र नही है।