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माझे के टकसालियों को मनाने में विफल रहे सुखबीर

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पटियाला में जबर विरोधी रैली करके सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को निशान

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Oct 2018 05:33 PM (IST)Updated: Tue, 09 Oct 2018 05:33 PM (IST)
माझे के टकसालियों को मनाने में विफल रहे सुखबीर
माझे के टकसालियों को मनाने में विफल रहे सुखबीर

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पटियाला में जबर विरोधी रैली करके सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को निशाने पर लेने वाले शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ मांझे के युवा जरनैल बिक्रम सिंह मजीठिया को कुर्सी क्यों नहीं मिली यह बात सियासत में चर्चा का केंद्र बन गई है।

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7 अक्टूबर की पटियाला रैली में शिरकत करने लिए पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पार्टी सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल द्वारा बार बार संदेश दिए जाने के बावजूद माझे के टकसाली नेता रैली से दूर ही रहे। गौर हो कि डेरा मुखी को माफी देने और धार्मिक बेअदबी के मामले के घेरे में आए बादल परिवार पर खडूर साहिब के सांसद और टकसाली नेता जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, तरनतारन के पूर्व सांसद डॉ. रतन सिंह अजनाला, पूर्व कैबिनेट मंत्री सेवा सिंह सेखों ने शिअद के साथ नाराजगी जाहिर की थी। यह नाराजगी राज्य सभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा शिअद के पदों से त्याग पत्र देने के तुरंत बाद जग जाहिर हुई थी। शिअद के सूत्रों की माने तो पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा टेलीफोन पर जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा से बातचीत करके आश्वासन दिया गया था कि पटियाला रैली में बिक्रम सिंह मजीठिया से ऊपर वाले रुतबे पर स्थान दिया जाएगा। परंतु जत्थेदार ब्रह्मपुरा, डॉ. अजनाला और जत्थेदार सेखवां को हजम नहीं हुई। माझे के तीनों टकसाली नेताओं की पटियाला रैली से दूरी चर्चा का केंद्र बनी हुई है। हालाकि पटियाला रैली मौके माझे के युवा जरनैल बिक्रम सिंह मजीठिया को प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल की कतार वाली कुर्सी पर जगह नहीं मिली और मंच की जमीन पर ही बैठे नजर बैठे नजर आए। तीनों टकसाली नेताओं को मनाने में विफल रहे शिअद के लिए आने वाले दिनों में सब अच्छा नजर नहीं आता और न ही इन नेताओं ने अपने हलकों से पार्टी के कार्यकर्ता रैली में भेजे।

टकसालियों के पीछे ही उनके फरजंद (बेटे)

शिअद से नाराज चले आ रहे जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, डॉ. रतन सिंह अजनाला व जत्थेदार सेवा सिंह सेखवां के लड़कों पूर्व विधायक रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा, बोनी अमरपाल सिंह अजनाला और पूर्व चेयरमैन जगरूप सिंह सेखवां भी अपने पिताओं के मार्ग दर्शक बनेंगे। इन तीनों नेताओं ने भी पटियाला रैली से बराबर की दूरी बनाए रखी।

हम बड़े ब्रह्मपुरा साहिब के पीछे ही हैं : रविंदर सिंह

पूर्व विधायक रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा ने दैनिक जागरण से बातचीत करते कहा कि उनकी शिअद के साथ कोई नाराजगी नहीं परंतु बड़े ब्रह्मपुरा साहिब (सांसद जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा) ने जो गत दिन पूर्व प्रेस वार्ता में जो बाते कही। हम उनके पीछे ही है। रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि हम लंबे समय से वर्करों की बसें भर कर रैलियों में जाते ही रहे है।


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