कांग्रेस में बगावत को शांत करने के लिए नेताओं की लगाई ड्यूटी
विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी सियासी पार्टियां दिन-रात एक कर रही हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी सियासी पार्टियां दिन-रात एक कर रही हैं। ऐसे में सत्तारुढ़ पार्टी कांग्रेस अपने पैरों से जमीन खिसकती देख रही है। चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा दौरान होने वाली बगावत को शांत करने के लिए पार्टी की ओर से बड़े नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई रही है।
हलका खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर को अपने घर से ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। भुल्लर के बड़े भाई अनूप सिंह भुल्लर पंजाब लोक कांग्रेस के संस्थापक कैप्टन अमरिदर सिंह के साथ हाथ मिला रहे हैं। पट्टी से टिकट के चाह्वान युवा नेता हरप्रीत सिंह संधू भी अंदरूनी तौर पर हलका विधायक हरमिदर सिंह गिल की विरोधता करने लगे है। ऐसा ही हाल विस हलका खडूर साहिब में है। दूसरी बार विधायक बने रमनजीत सिंह सिक्की के खिलाफ पूर्व चेयरमैन भूपिदर सिंह बिट्टू (ख्वासपुरा) खुद को अभी से प्रत्याशी घोषित करके कांग्रेस के वर्करों को दुविधा में डाल रहे हैं। किरनजीत सिंह मिट्ठा कहते हैं कि जिले की चारों सीटों पर कांग्रेस की शानदार जीत के लिए पार्टी वर्करों में पूरा उत्साह है। इसी तरह चुनाव लड़ने के लिए विभिन्न नेता उत्साहित हो रहे है। वह कहते हैं कि पार्टी हाईकमान से आदेश मिला है कि चुनाव मद्देनजर कोई भी नेता रूठ न पाए, जिसके लिए वह अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। विधायक डा. अग्निहोत्री का भी होने लगा विरोध
अपनों के विरोध में हलका तरनतारन भी बच नहीं पाया। हलका विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री के साथ अचानक नाराज हुए पंजाब कांग्रेस के सचिव गुरमिदर सिंह रटौल अपने स्तर पर बैठकें करके चुनाव लड़ने के लिए अपने समर्थकों की राय ले रहे है। ये नेता बगावत को रोकेंगे
मामला ऊपर पहुंचते ही इन नेताओं को बगावत से रोकने के लिए पार्टी हाईकमान द्वारा खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह गिल, पूर्व मंत्री गुरचेत सिंह भुल्लर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष किरनजीत सिंह मिट्ठा, कार्यवाहक अध्यक्ष राजबीर सिंह भुल्लर, प्रदीप चोपड़ा, हरशर न सिंह मल्ला को जिम्मेदारी दी गई है।