24 को कुंडली बार्डर पर पहुंचेगी राज्य सरकार की बनाई एसआइटी
तरनतारन के 34 वर्षीय युवक लखबीर सिंह के मामले में हरियाणा के थाना कुंडली में दर्ज एफआइआर में अभी तक केवल चार आरोपित ही गिरफ्तार किए गए हैं।
जासं, तरनतारन : 15 अक्टूबर की सुबह कुंडली बार्डर पर निहंग सिंहों की बर्बरता का शिकार हुए तरनतारन के 34 वर्षीय युवक लखबीर सिंह के मामले में हरियाणा के थाना कुंडली में दर्ज एफआइआर में अभी तक केवल चार आरोपित ही गिरफ्तार किए गए हैं। लखबीर अपने गांव से कुंडली बार्डर कैसे पहुंचा, इसका पता लगाने लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) के हाथ एक महीने बाद भी खाली नजर आ रहे हैं। हालांकि एसआइटी कुंडली बार्डर तक भी नहीं पहुंच पाई।
पंजाब पुलिस के एडीजीपी वरिदर कुमार की अगुआई में बनाई एसआइटी ने 23 अक्टूबर को लखबीर के गांव चीमा खुर्द का दौरा किया था। इस मामले में हरियाणा के जिला करनाल स्थित थाना कुंडली की पुलिस ने निहंग सरबजीत सिंह, भगवंत सिंह, गोविदप्रीत सिंह व नारायण सिंह को गिरफ्तार किया था। इन चारों आरोपितों को पूछताछ के लिए एसआइटी की ओर से यह कहते हुए प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब नहीं लाया गया कि लखबीर सिंह की हत्या का मामला हरियाणा में दर्ज है। हालांकि 24 नवंबर को एसआइटी की टीम हरियाणा से कुंडली बार्डर के उस क्षेत्र का दौरा करेगी जहां पर लखबीर को बेरहमी से काटकर मौत के बाद बेरिकेड के साथ लटकाया गया था। एसआइटी के मुखी व एडीजीपी वरिदर कुमार कहते हैं कि लखबीर सिंह हत्या मामले की जांच चल रही है। इसमें क्या सामने आया, इस बाबत सारी रिपोर्ट सरकार के समक्ष ही रखी जाएगी। लखबीर की पत्नी के बयान दर्ज नहीं, मुआवजे की पहली किश्त मिली
लखबीर सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर ने दैनिक जागरण को बताया कि एससी, एसटी कमीशन के राष्ट्रीय चेयरमैन विजय सांपला के दखल के बाद हरियाणा सरकार द्वारा साढ़े आठ लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया गया था। मुआवजे के तौर पर पहली किश्त 4 लाख, 12 हजार, 500 रुपये उनके बैंक अकाउंट में आ चुकी है। हालांकि जसप्रीत कौर ने कहा कि एसआइटी ने अभी तक जांच के दौरान उसके बयान कलमबद्ध नहीं किए।