जम्मू-कश्मीर से आई एनआइए की टीम ने दी तस्कर गुरप्रताप के घर दबिश
जम्मू-कश्मीर से एनआइए की टीम ने वीरवार को तरनतारन में नशा तस्कर गुरप्रताप सिंह के घर छापा मारा मगर वहां परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
जम्मू-कश्मीर से नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम ने वीरवार को तरनतारन में दबिश दी। डीएसपी रैंक के अधिकारी की अगुआइ में टीम ने अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर गुरप्रताप सिंह निवासी गांव रक्ख, थाना सराय अमानत खां के घर छापा मारा, मगर वहां परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला। इसके बाद टीम ने थाना सराय अमानत खां से कुछ रिकार्ड हासिल किया और बाद दोपहर एसएसपी दफ्तर में पहुंची। एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले के साथ बैठक करके टीम ने कुछ दस्तावेज प्राप्त करने के बाद वह शाम साढ़े पांच बजे लौट गई। माना जा रहा है कि तस्कर गुरप्रताप से पूछताछ के बाद मिले सुराग के आधार पर टीम ने यहां दबिश दी है। हालांकि एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने इस बाबत कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया।
उल्लेखनीय है कि 22 अक्टूबर 2020 को जम्मू-कश्मीर में तस्कर गुरप्रताप सिंह निवासी गांव रक्ख को हेरोइन सहित गिरफ्तार किया गया था। आरोपित ने उस समय पुलिस पार्टी पर फायरिग भी की थी। बाद में इस मामले की जांच एनआइए को सौंप दी गई। गुरप्रताप जम्मू की जेल में बंद है। आपराधिक रहा है गुरप्रताप का रिकार्ड, कई मामले हुए दर्ज
तस्कर गुरप्रताप सिंह का रिकार्ड आपराधिक छवि वाला रहा है। थाना सराय अमानत खां में उसके खिलाफ 2005 में चोरी का मामला दर्ज किया गया जबकि वर्ष 2007 में अमृतसर देहाती की पुलिस ने 300 ग्राम स्मैक बरामद होने पर केस दर्ज किया। आरोपित के विरुद्ध गुरदासपुर के थाना कलानौर में 16 फरवरी 2010 को जाली करंसी का मुकदमा दर्ज किया गया जबकि दो दिन बाद 18 फरवरी 2010 को थाना सराय अमानत खां ने गुरप्रताप के खिलाफ 400 ग्राम हेरोइन बरामदगी का मामला दर्ज किया। 15 फरवरी 2011 को अमृतसर के थाना मकबूलपुरा में उसके विरुद्ध धोखाधड़ी व अवैध असलहा रखने का मामला दर्ज हुआ। फिर थाना सराय अमानत खां में इसी वर्ष पुलिस पार्टी पर हमला करने का मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपित के विरुद्ध थाना सराय अमानत खां में जनरल स्मगलिंग का मामला 14 अगस्त 2015 को दर्ज किया गया। 18 जुलाई 2014 को थाना सराय अमानत खां में उसके विरुद्ध जनरल स्मगलिंग का मामला दर्ज है। इतना ही नहीं जिला कपूरथला के थाना कोतवाली में चार अगस्त 2016 को नशा तस्करी का केस दर्ज किया गया। जम्मू-कश्मीर के रणबीर सिंहपुरा के थाना अर्णिया में 20 सितंबर 2020 को नशा तस्करी व पुलिस पार्टी पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया था।