प्रकाश उत्सव के संबंध में गुरुद्वारा गुरु का महिल के लिए नगर कीर्तन रवाना
हिद की चादर कहलाने वाले सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाशोत्सव के संबंध में नगर कीर्तन रवाना किया गया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : हिद की चादर कहलाने वाले सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाशोत्सव के संबंध में नगर कीर्तन रवाना किया गया। जो पांच प्यारों की अगुआई में श्री दरबार साहिब, तरनतारन से गुरुद्वारा श्री गुरु के महिल (अमृतसर) लिए रवाना किया।
श्री दरबार साहिब के दीवान हाल में रागी जत्थों ने संगत को गुरबाणी से निहाल किया। हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरजंट सिंह, मैनेजर धरविदर सिंह माणोचाहल ने नगर कीर्तन की अगुआई करने वाले पांच प्यारों को सिरोपा देकर सम्मानित किया। मैनेजर धरविदर सिंह माणोचाहल ने कहा कि गुरुद्वारा श्री गुरु का महिल के लिए संगत का भरपूर उत्साह देखने को मिल रहा है। नगर कीर्तन के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप को सुनहरी पालकी में सजाया गया। संगत ने पुष्पवर्षा करते हुए सतनाम श्री वाहेगुरु जी का जाप किया। इस अवसर पर कार सेवा संप्रदाय के मुखी बाबा जगतार सिंह, कार सेवा खडूर साहिब संप्रदाय के मुखी बाबा सेवा सिंह, कार सेवा गोइंदवाल साहिब के मुखी बाबा शूबेग सिंह, कार सेवा कुहाड़का संप्रदाय के मुखी बाबा जस्सा सिंह की ओर से अपने नुमाइंदे भेजकर संगत को नगर कीर्तन की बधाई दी। जोड़ा घर सेवक जत्था की टीम ने नगर कीर्तन मौके संगतों को ठंडे जल की छबील पिलाई। प्रकाश पर्व को लेकर गुरूद्वारा गुरू के महिल में चल रही भव्य तैयारियां, हो रही है सजावट
अमृतसर में नौंवे गुरू श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने तैयारियां शुरू कर दी है। गुरू साहिब के प्रकाश पर्व को लेकर यहां पंजाब सरकार 29 अप्रैल से लेकर 1 मई तक आनंदपुर साहिब में भव्य कार्यक्रम आयोजित कर रही है वहीं एसजीपीसी ने अमृतसर में यह कार्यक्रम 29 अप्रैल से दो मई तक आयोजित करना है। इस के लिए तैयारियां एसजीपीसी ने शुरू कर दी है। कार्यक्रम के लिए यहां एसजीपीसी अलग अलग सिख जत्थेबंदियों और जिला प्रशासन का सहयोग ले रही है वही शहर को व खास कर गुरुद्वारा गुरू का महिल को विशेष रूप में सजाया जा रहा है। गुरु के अंदर स्थित भोरा साहिब का रेनोवेशन पूरी जोरों से चल रहा है। एक दो दिनों में सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली जाएंगी। भोरा साहिब वही जगह है यहां पर गुरू साहिब का प्रकाश हुआ था। गुरूद्वारा गुरु का महिल को जाने वाले करीब पांच रास्तों पर साफ सफाई और सजावट का काम किया जा रहा है। वहीं भोरा साहिब के अंदर भी दिन रात रेनोवेशन हो रही है। गुरुद्वारा साहिब परिसर में स्थित इमारातों के साथ साथ मुख्य गेट की सजावट व रेनोवेशन का काम भी चल रहा है।