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सियासत की शह पर आधी रात हो रही रेत की अवैध माइनिंग

ढाई वर्ष पहले हुए विस चुनाव के मौके कांग्रेस ने रेत माफिया को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 06:11 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:15 AM (IST)
सियासत की शह पर आधी रात हो रही रेत की अवैध माइनिंग
सियासत की शह पर आधी रात हो रही रेत की अवैध माइनिंग

धर्मबीर सिंह मल्हार, गांव बूह, (तरनतारन) : ढाई वर्ष पहले हुए विस चुनाव के मौके कांग्रेस ने रेत माफिया को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा था। प्रदेश में सरकार तो बदली परंतु रेत माफिया पर नकेल कसने के बजाय ये माफिया और अधिक बेलगाम हो गए। ऐसी ही मिसाल विधानसभा हलका पट्टी के गांव बूह से मिलती है। यहां पर एसएसपी की सख्ती के बावजूद पुलिस प्रशासन पर रेत माफिया भारी पड़ रहा है। जी हां ये माफिया राध के अंधेरे में रेत की माइनिंग कर रहे हैं।

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गांव बूह में छह किल्ले के रकबे में रेत की एक खड्ड है। यह खड्ड गुजरे समय में शिअद से संबंधित ठेकेदार नाम पर अलाट हुई थी। पंजाब में कैप्टन सरकार बनते ही रेत की खड्डों की निलामी रोक दी गई थी। जिसके बाद सात कल्सटर बनाकर 350 करोड़ में रेत की खड्डे निलामी की गई थी। शिअद से संबंधित ठेकेदार को दोबारा यह खड्ड अलाट कर दी गई। परंतु रेत निकालने के लिए विभिन्न छह विभागों द्वारा उक्त ठेकेदार को अभी तक कोई मंजूरी नहीं दी गई। रेत माफिया से जुड़े कुछ लोगों द्वारा उक्त खड्ड के साथ लगती ठेके वाली दो किला जमीन को ले लिया गया। साथ ही उक्त जमीन से रेत निकालने का काम शुरू किया। एसएसपी के छापे के बाद कुछ दिनों तक यहां पर रेत की अवैध माइनिंग बंद रही। परंतु अब दोबारा सत्तारूढ़ पार्टी के कुछ लोगों द्वारा रेत का काला कारोबार शुरू कर दिया गया है।

कैबिनेट मंत्री के आर्शीवाद से फल फूल रहे ठेकेदार

सूत्रों की मानें तो रेत के ठेकेदार का हाथ माझा से संबंधित कैबिनेट मंत्री से मिला हुआ है। उक्त मंत्री के माध्यम से ठेकेदार के खिलाफ वह मामले वापस ले लिए गए हैं जो कांग्रेस सरकार बनने के बाद दर्ज किए गए थे। उक्त ठेकेदार की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि जेसीबी मशीनों की मदद से जमीन से बड़े स्तर पर रेत निकाली जा रही है। किसान संघर्ष कमेटी प्रदेश नेता सुखविंदर सिंह सभरा, सतनाम सिंह, हरवेल सिंह, गुरवेल सिंह, तरलोक सिंह, तारा सिंह, स्वर्ण सिंह, दलजीत सिंह ने बताया कि अब यहां से रेत का काला कारोबार रात के अंधेरे में किया जा रहा है। ठेकेदार के कारिंदे रात नौ बजे से लेकर सुबह चार बजे तक जेसीबी से रेत निकाल कर टिप्परों में भरते हैं।

हथियारों से लैस होता है माफिया

किसान नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि इस बाबत थाना हरीके की पुलिस को कई बार कार्रवाई लिए कहा गया है। परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही। रेत की अवैध माइनिंग के खिलाफ कमेटी से मिलकर दिन को कई बार छापामारी कर चुके हैं। अब रेत माफिया द्वारा हथियारों से लैस होकर रात के समय रेत का काला कारोबार किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि फिरोजपुर जिले के गांव गट्टी हरीके में रेत की अवैध खड्ड चल रही है।

किसी भी कांग्रेसी का नहीं कोई हाथ : घसीटपुरा

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मंजीत सिंह घसीटपुरा ने बताया कि अकाली शासन समय रेत माफिया भारी था। कैप्टन सरकार द्वारा माफिया पर पूरा शिकंजा कसा हुआ है। गांव बूह में रेत के किसी अवैध कारोबार में कोई कांग्रेसी शामिल नहीं। घसीटपुरा ने कहा कि इस बाबत हाल ही में डीजीपी से भी बैठक हुई थी। बैठक में डीजीपी द्वारा रेत माफिया खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

रेत माफिया पर कसा जाएगा शिकंजा : एसपी वालिया

अवैध माइनिंग को लेकर एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया ने कहा कि रेत की अवैध माइनिंग किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं की जा सकती। इस बाबत समय-समय पर छापामारी की जाती है। आए दिन पुलिस द्वारा अवैध माइनिंग के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए जा रहे है। आने वाले दिनों में रेत माफिया के खिलाफ ओर शिकंजा कसा जाएगा।


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