हाईकोर्ट के आदेश पीड़िता ने माने, पुलिस ने नहीं
दबाव में मुकदमा दर्ज नहीं किया और न ही शिकायत के बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। अब पीड़िता 3 वर्ष के बच्चे की मां बन चुकी है, परंतु पुलिस अभी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही। दिसंबर में अंग्रेज सिंह, हीरा सिंह, गुरलाल सिंह ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था। इस बाबत पीड़िता के पिता ने पुलिस को शिकायत दी तो मामला दबाने का प्रयास किया गया।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : दिसंबर 2015 में तीन युवकों ने एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस मामले में पुलिस ने सियासी दबाव में मुकदमा दर्ज नहीं किया और न ही शिकायत के बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। अब पीड़िता 3 वर्ष के बच्चे की मां बन चुकी है, परंतु पुलिस अभी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही।
दिसंबर में अंग्रेज सिंह, हीरा सिंह, गुरलाल सिंह ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था। इस बाबत पीड़िता के पिता ने पुलिस को शिकायत दी तो मामला दबाने का प्रयास किया गया। इसके बाद पीडि़ता के पिता ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को शिकायत भेजी। जिसमें बताया कि आरोपितों पर उस समय हलके के अकाली विधायक और सांसद का आशीर्वाद था। दुष्कर्म का शिकार नाबालिग जब गर्भवती हुई तो गर्भपात के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। कोर्ट ने मेडिकल रिपोर्ट को देखकर आदेश दिया कि इस हालत में गर्भपात नहीं हो सकता और पीड़िता के बच्चे को जन्म दे सकती है। साथ ही अदालत ने आरोपितों की गिरफ्तारी यकीनी बनाने और पैदा होने वाले बच्चे का डीएनए करवाने के आदेश दिए। अदालत के आदेश पर सरकारी अस्पताल में पीड़िता ने लड़के को जन्म दिया। थाना चोहला साहिब की पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नामजद आरोपितों को न तो गिरफ्तार किया और न ही डीएनए करवाया।
इंसाफ न मिला तो करूंगा आत्मदाह
पीड़िता के पिता ने बताया कि उसकी बेटी के घर पैदा हुआ लड़का तीन वर्ष का हो चुका है। अभी तक तीनों आरोपित पुलिस गिरफ्त से बाहर है। बेटी को इंसाफ दिलाने लिए वर्षो से पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं पर अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा। इंसाफ न दिलवाने के कारण शर्मिदगी महसूस कर रहा हूं। अगर पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया तो वह आत्महत्या कर लेगा।
एक बेकसूर, दो को भगौड़ा करार देने की चल रही कार्रवाई
इस बारे में एसपी (आई) तिलक राज का कहना है कि थाना चोहला साहिब में सामूहिक दुष्कर्म के बाबत दस दिसंबर 2015 को अंग्रेज सिंह, हीरा सिंह, गुरलाल सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। मामले की जांच में अंग्रेज सिंह बेकसूर पाया गया, जबकि बाकी दो आरोपित हीरा सिंह, गुरलाल सिंह पुलिस की पकड़ से बाहर है। उनको भगौड़ा घोषित करने की कार्रवाई चल रही है।