एंट्री प्वाइंट्स से दिन में गायब रहते हैं ट्रैफिक पुलिस कर्मी
गुरुनगरी की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था के पीछे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की भी लापरवाही सामने आ रही है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन :
गुरुनगरी की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था के पीछे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की भी लापरवाही सामने आ रही है। दिन के समय शहर के विभिन्न प्वाइंटों से ट्रैफिक पुलिसकर्मी गायब रहते हैं। उनकी इसी लापरवाही का फायदा उठाते शहर में हैवी वाहनों की एंट्री आसानी से हो जाती है। पिछले छह माह के दौरान ऐसे एक भी भारी वाहन का शहर में प्रवेश करने पर चालान नहीं किया गया। इससे साबित होता है कि ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में पुलिस प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
अमृतसर बाईपास से सबसे अधिक हैवी वाहनों की शहर में एंट्री होती है। सुबह आठ से शाम छह बजे तक प्रत्येक दिन में 25 से 30 हैवी वाहन आते हैं। इनमें ओवरलोड ट्रक, निजी कंपनियों की बसें, सब्जी, रेत, फर्नीचर, घरेलू सामान से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां भी शामिल हैं। आम तौर पर श्री दरबार साहिब के दर्शनों के लिए ट्रकों में आने वाली यात्रा भी ट्रैफिक व्यवस्था को बेहाल कर देती है। हालांकि श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग लिए रोही पुल के पास वाली सड़क से श्री दरबार साहिब की पार्किग का रास्ता निकलता है। परंतु इस रास्ते को अधिक तौर पर बंद ही रखा जाता है। लोग बोले, पुलिस की स्थायी तौर पर तैनाती होनी चाहिए
क्षेत्रवासी राहगीर जगीर सिंह, कुलविदर सिंह, बलबीर सिंह, मक्खण सिंह, प्रवेश कुमार, दीना नाथ, मीनू कुमार, रवि मोंगा कहते है कि ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए दिन के समय पक्के तौर पर प्वाइंट बने होते है। परंतु इन प्वाइंटों पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मी नजर नहीं आते। ऐसे में इन भारी वाहनों का दिन में शहर में प्रवेश रोकने के लिए स्थायी तौर पर मुलाजिमों की तैनाती होनी चाहिए। नफरी को खुद करते है चेक
ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज इंस्पेक्टर जसवंत सिंह कहते हैं कि ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ ड्यूटी देते हैं। किसी भी प्वाइंट से कर्मचारी गैरहाजिर नहीं होते। उन्होंने दावा किया कि दिन के समय ट्रैफिक पुलिस की नफरी को खुद चेक करते हैं। फिलहाल और सख्ती बरती जाएगी।