डोप टेस्ट के समय तैनात रहेंगे चार पुलिस मुलाजिम
। डोप टेस्ट करवाने आए लोगों की ओर से सेहत विभाग के स्टाफ के साथ कथित दुर्व्यवहार करने का मामला स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के पास पहुंच गया है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन
सिविल अस्पताल तरनतारन में मंगलवार को डोप टेस्ट करवाने आए लोगों की ओर से सेहत विभाग के स्टाफ के साथ कथित दुर्व्यवहार करने का मामला स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के पास पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी और सिविल सर्जन को उचित प्रबंध करने के आदेश जारी किए हैं। मंत्री ने सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस मुलाजिमों की तैनाती करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि डोप टेस्ट में किसी भी तरह का प्रशासनिक व सियासी दबाव सहन नहीं होगा।
दैनिक जागरण की ओर से बुधवार को दुर्व्यवहार को लेकर प्रकाशित किए गए समाचार का स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया है। पंजाब सरकार ने हाल ही में आदेश दिए थे कि सिविल अस्पताल में पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर के बिना डोप टेस्ट नहीं होगा। इसके बाद सिविल अस्पताल पट्टी में डोप टेस्ट बंद कर दिए गए। क्योंकि वहां पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर नहीं है। पट्टी अस्पताल में डोप टेस्ट बंद होने पर लोगों ने सिविल अस्पताल तरनतारन का रुख किया। मंगलवार को 150 के करीब लोग डोप टेस्ट करवाने पहुंचे। यह वहीं लोग थे जो नए आदेशों के तहत सेवा केंद्र से अपना पंजीकरण करवाकर आए थे। सरकारी फीस जमा करवाने के बाद किसी को परेशान न होना पड़े, इसके लिए आदेश जारी हुए हैं कि अस्पताल का स्टाफ पहले दस्तावेजों की जांच करेगा। दस्तावेज पूरे होने पर ही डोप टेस्ट के लिए निर्धारित 1500 रुपये की फीस ली जाएगी।
सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने इन आदेशों की पुष्टि करते कहा कि सेहत विभाग के स्टाफ के साथ सिविल अस्पताल तरनतारन में दुर्व्यवहार बर्दाश्त से बाहर है। इसीलिए डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल, एसएसपी ध्रुव दहिया, सिविल सर्जन अनूप कुमार को आदेश दिए गए हैं कि अस्पताल में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाए। टेस्ट करने वाला स्टाफ हर बार बदला जाएगा : एसएमओ
सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. इंद्र मोहन गुप्ता ने दैनिक जागरण को बताया कि डीसी व एसएसपी को बुधवार को बकायदा पत्र लिखकर डोप टेस्ट वाले दिन पुलिस कर्मियों की तैनाती यकीनी बनाने को कहा गया है। सरकार द्वारा जारी आदेशों के मुताबिक डोप टेस्ट करने वाले स्टाफ को लगातार बदला जाएगा। ताकि किसी भी तरह की मिलीभगत की गुंजाइश न रहे। डोप टेस्ट के लिए लंबी कतारें न लगें, इसके लिए अस्पताल में बोर्ड लगाकर लोगों को बताया जाएगा कि एक दिन में केवल 25 लोगों के ही डोप टेस्ट होंगे। शेष लोगों को अगले सप्ताह के लिए टोकन जारी कर दिए जाएंगे।
लापरवाही और मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी : सभ्रवाल
डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने कहा कि डोप टेस्ट प्रक्रिया में किसी भी तरह की लापरवाही और मनमानी सहन नहीं की जाएगी। सेहत विभाग के साथ पुलिस विभाग का सहयोग लिया जाएगा। डोप टेस्ट के दौरान सुरक्षा के नजरिए से चार पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। सिविल अस्पताल पट्टी में पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर का खाली पद भरने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखेंगे।
विधायक अग्निहोत्री भी दें अपनी रिपोर्ट : स्वास्थ्य
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि सिविल अस्पताल तरनतारन में डोप टेस्ट के दौरान लोगों द्वारा सेहत विभाग के स्टाफ से दुर्व्यवहार करने की जानकारी मिलते ही संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। डोप टेस्ट को लेकर सिविल अस्पताल में कैसे प्रबंध हैं, इसकी विधायक डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री से भी रिपोर्ट मांगी गई है।