श्री दरबार साहिब में चला गुरुबाणी प्रवाह
श्री गुरु अर्जुन देव जी के 456वें प्रकाश पर्व के संबंध में चले आ रहे समागमों के तहत गुरमति समागम श्री दरबार साहिब तरनतारन कथा अस्थान में करवाया गया। इसमें देर रात तक संगतों ने हाजरी भरते हुए गुरुबाणी स्वर्ण की।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : श्री गुरु अर्जुन देव जी के 456वें प्रकाश पर्व के संबंध में चले आ रहे समागमों के तहत गुरमति समागम श्री दरबार साहिब तरनतारन कथा अस्थान में करवाया गया। इसमें देर रात तक संगतों ने हाजरी भरते हुए गुरुबाणी स्वर्ण की। भाई उंकार सिंह ऊना, जगतार सिंह अमृतसर, कुलविंदर सिंह लुधियाना, हरविंदर सिंह अमृतसर, भाई संदीप सिंह, भाई रंजीत सिंह, बाबा बुड्ढा जी कीर्तनी जत्था, भाई बलदेव सिंह बूलंदपुरी, सतिंदरबीर सिंह, जूझार सिंह, गुरिंदर सिंह रिंकू, अरविंदर सिंह मौजी, विरसा सिंह तरनतारनी, सूप्रीत कौर, अर्शप्रीत कौर के जत्थे ने संगतों को गुरुबाणी से निहाल किया।
गुरु गोबिंद सिंह नौजवान सेवक सभा द्वारा गुरु का लंगर लगाया गया। श्री दरबार साहिब की रंग बिरंगी लाइटों से सजावट की गई। इससे पहले दिन को श्री सुखमणि साहिब जी का पाठ किया गया। देर रात को आतिशबाजी का मनमोहक नजारा नजर आया। रागी जत्थों को किया सम्मानित
समागम के दौरान श्री गुरु अर्जुन देव कीर्तन दरबार सभा अध्यक्ष जतिंदर सिंह नागपाल, गुरचरन सिंह गुलाटी, कुलविंदर सिंह लवली, सुखबीर सिंह, रविंदर सिंह, सरबजीत सिंह पनेसर ने रागी जत्थों को सम्मानित किया। श्री दरबार साहिब में मीत मैनेजर जजबीर सिंह, निर्मल सिंह, शमशेर सिंह, बलविंदर सिंह, कश्मीर सिंह ठरू, रेशम सिंह ने श्री गुरु अर्जुन देव कीर्तन दरबार सभा के सदस्यों को सम्मानित किया। यहां हरप्रीत सिंह, रजिंदर सिंह बेदी, सुखबीर सिंह, करनजीत सिंह राजू, हरमिंदर सिंह, हरसिमरन सिंह, विक्रमजीत सिंह, नवनीन सिंह नवी, बलजीत सिंह, नवदीप सिंह मनी, सिमरप्रीत सिंह, गुणदीप सिंह, बलबीर सिंह विक्की ने भी संबोधित किया।