गैंगस्टर हरविंदर रिंदा के साथी गगनदीप ने जेल में मोबाइल पर बनाया नेटवर्क, पाकिस्तानी तस्करों से करता था बात
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से जुड़े शूटर्स को गोइंदवाल जेल में बंद किया गया है लेकिन वहां उनके पास मोबाइल आसानी से पहुंच गया। तमाम दावों के बाद भी जेल में बंद गैंगस्टर्स मोबाइल से अपना नेटवर्क चला रहे हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में बंद खतरनाक अपराधी मोबाइल पर अपना नेटवर्क कायम कर रहे हैं। मंगलवार की रात को जेल प्रशासन ने गगनदीप सिंह नामक आतंकी के कब्जे से टच स्क्रीन मोबाइल फोन व सिम कार्ड बरामद किया है। आरोपित के खिलाफ थाना गोइंदवाल साहिब में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हालांकि गगनदीप सिंह से अभी पूछताछ नहीं की गई।
थाना सदर फगवाड़ा की पुलिस ने 20 अगस्त को विस्फोटक सामग्री समेत आतंकी गगनदीप सिंह निवासी मोहल्ला गुरु नानकपुरा, कपूरथला को गिरफ्तार किया था। कनाडा में बैठे आतंकी लखबीर सिंह लंडा व पाकिस्तान में रहते हरविंदर सिंह रिंदा के करीबी माने जाते गगनदीप सिंह को सुरक्षा के मद्देनजर केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में रखा जा रहा था।
केंद्रीय जेल के विशेष सेल में बंद आतंकी गगनदीप सिंह को बाहर से मोबाइल मुहैया करवाया गया था। उक्त मोबाइल के माध्यम से गगनदीप सिंह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से संबंधित तस्करों से जेल में बैठे ही संपर्क बनाता था, जिसकी भनक जेल प्रबंधकों को लगी। मंगलवार की रात को सहायक सुपरिंटेंडेंट मनदीप सिंह ने स्पेशल सेल में छापामारी करके गगनदीप सिंह से ओपो कंपनी का टच मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया।
थाना गोइंदवाल साहिब के प्रभारी इंस्पेक्टर राजिंदर सिंह ने बताया कि एएसआइ हरभजन सिंह द्वारा गगनदीप सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि मोबाइल बरामदगी के मामले में गगनदीप सिंह से पूछताछ नहीं की गई।
कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद जेल में पहुंच रहे हैं मोबाइल फोन
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से संबंधित छह शूटरों दीपक टीनू, प्रियवर्त फौजी, कुलदीप कशम, अंकित सिरसा, सचिन भिवानी सभी निवासी हरियाणा व केशव बठिंडा को सुरक्षा के मद्देनजर अप्रैल में केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में शिफ्ट किया गया था। इन शूटरों ने जेल में अपना इस कदर नेटवर्क बनाया कि बाहर से उनको मोबाइल फोन मुहैया करवाए गए।
13 सितंबर की रात को जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट करनैल सिंह द्वारा आरोपितों से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। उक्त मोबाइल फोन जांच के लिए फोरेंसिक लैब दिल्ली भेजे जा चुके हैं। इन आरोपितों में से एक शूटर दीपक टीनू मानसा पुलिस की हिरासत से दो अक्टूबर को उस समय भाग निकला, जब उसे किसी अन्य हत्याकांड के मामले में पूछताछ के लिए केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब से प्रोडक्शन वारंट पर लिया गया था।
हैरानी की बात यह है कि दीपक टीनू के पुलिस हिरासत से भागने के बावजूद अभी तक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से संबंधित बाकी शूटरों से भी पूछताछ नहीं की गई। एसपी (आइ) विशालजीत सिंह कहते हैं कि जेल से जब मोबाइल बरामद होते है तो उनको जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाता है। जांच रिपोर्ट के बाद संबंधित आरोपितों से पूछताछ की जाती है। गगनदीप सिंह से भी पूछताछ की जाएगी।