हरिके पत्तन बर्ड सेंक्चुरी से लौटने लगे विदेशी पक्षी
इंटरनेशनल बर्ड सेंक्चुरी हरिके पत्तन में सर्दी का मौसम गुजारने के बाद अब विदेशी पक्षियों ने लौटना शुरू कर दिया है।
जासं, तरनतारन : इंटरनेशनल बर्ड सेंक्चुरी हरिके पत्तन में सर्दी का मौसम गुजारने के बाद अब विदेशी पक्षियों ने लौटना शुरू कर दिया है। इसके चलते एक सप्ताह के बाद यहां विदेशी पक्षी देखे नहीं जा सकेंगे। विदेशी पक्षियों की देखने की चाह रखने वाले सैलानियों को एक सप्ताह बाद इन पक्षियों का दीदार नहीं होगा। अगर कोई विदेशी पक्षी देखना चाहता है तो वह चार-पांच दिन तक उन्हें देख सकता है। इसके बाद उन्हें एक साल का इंतजार करना पड़ेगा।
जिला कपूरथला, फिरोजपुर व तरनतारन से लगती हरिके पत्तन बर्ड सेंक्चुरी में नवंबर में विदेशी पक्षियों की आमद शुरू हो गई थी, जो लगातार साढ़े तीन माह तक जारी रही। बर्ड सेंक्चुरी में इस सीजन के दौरान करीब 74 869 विदेशी पक्षियों की आमद रिकार्ड की गई है। भले ही उम्मीद के मुताबिक इस बार इन पक्षियों की गिनती एक लाख का आंकड़ा पार नहीं कर पाई, परंतु नई किस्म के सैकड़ों पक्षियों की आमद पहली बार हुई है।
इस माह में अब तक 970 सैलानी पहुंचे : गीतांजलि कंवर
वर्ल्ड वाइड फील्ड आपरेशन (डब्ल्यूडब्लयूएफओ) प्रोजेक्ट अधिकारी गीतांजलि कंवर कहती हैं कि बर्ड सेंक्चुरी में विदेशी पक्षियों को देखने लिए जनवरी में दो हजार से अधिक सैलानी पहुंचे थे। जोकि अपने आप में रिकार्ड है, जबकि 15 फरवरी तक 970 सैलानियों पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि बर्ड सेंक्चुरी के सुंदरीकरण लिए राज्य सरकार द्वारा 50 लाख की राशि खर्च की जा रही है। गीतांजलि कंवर कहती हैं कि विदेशी पक्षियों के चले जाने के बाद बर्ड सेंक्चुरी में 25 पैडल बोट चलाए जाएंगे। सैलानियों की सुविधा के लिए दो ई-रिक्शा भी शुरू किए जा रहे हैं।