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कांग्रेस की सूची जारी नहीं हो सकी, जश्न को तैयार समर्थक हुए मायूस

पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए महज 30 दिन का समय बचा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 03:00 AM (IST)
कांग्रेस की सूची जारी नहीं हो सकी, जश्न को तैयार समर्थक हुए मायूस
कांग्रेस की सूची जारी नहीं हो सकी, जश्न को तैयार समर्थक हुए मायूस

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन: पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए महज 30 दिन का समय बचा है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से प्रत्याशी मैदान में उतारने के लिए पूरी तैयारी की गई थी। इसके तहत कांग्रेस स्क्रीनिग कमेटी की शुक्रवार को बैठक के दौरान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, कैंपेनिग इंचार्ज सुनील जाखड़ के बीच आपसी सहमति नहीं बन पाई। इस कारण कांग्रेस की पहली सूची जारी नहीं हो पाई। टिकट की उम्मीद लगाए बैठे जिले के चारों विधायकों के समर्थकों द्वारा खुशी मनाने की तैयारी भी बीच में रह गई। विस हलका तरनतारन से डा. धर्मबीर अग्निहोत्री को चार दिन पहले ही पार्टी हाईकमान ने चुनाव की तैयारी बाबत इशारा कर दिया था। इसके बाद विधायक के आवास को चुनावी कार्यालय में बदलने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई। शुक्रवार को टिकट की घोषणा की उम्मीद को लेकर समर्थकों द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई थी। परंतु पंजाब कांग्रेस की लीडरशिप की तू-तू, मैं-मैं के कारण सूची जारी नहीं हो पाई।

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विस हलका पट्टी से हरमिदर सिंह गिल को टिकट मिलने की संभावना है क्योंकि यहां पर कांग्रेस का कोई और मजबूत दावेदार नहीं। गिल के समर्थकों द्वारा चुनाव कार्यालय को अमली जामा पहनाया जा रहा है। विस हलका खेमकरण की बात करें तो यहां से विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर का रास्ता रोकने के लिए उनके भाई व जिला परिषद मेंबर अनूप सिंह भुल्लर अपने पिता गुरचेत सिंह भुल्लर (पूर्व मंत्री) को टिकट दिलवाने के लिए हाईकमान के संपर्क में हैं। इसके चलते खेमकरण की टिकट को लेकर भी तस्वीर साफ नहीं हो पाई। खडूर साहिब से सिक्की का रास्ता रोकने के लिए सांसद डिपा अड़े

विस हलका खडूर साहिब में भी स्थिति पेचीदा हो रही है। यहां से दो बार विधायक का चुनाव जीते रमनजीत सिंह सिक्की का रास्ता रोकने के लिए खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह डिपा भी विस चुनाव लड़ने की जिद में है। डिपा हाईकमान को तर्क दे रहे हैं कि शिअद-बसपा गठबंधन की ओर से रणजीत सिंह ब्रह्मंपुरा को मैदान में उतारा गया है जबकि विधायक सिक्की का तर्क है कि मैंने ही ब्रह्मंपुरा को दो बार विधानसभा के चुनाव में मात दी थी। अब भी मैं ब्रह्मंपुरा को हराने की क्षमता में हूं। बाबा बकाला से छज्जलवड्डी के बेटे को उतारना चाहते हैं डिंपा

विधानसभा हलका बाबा बकाला (एससी आरक्षण) की बात करें तो स्थानीय विधायक संतोख सिंह भलाईपुर को सांसद जसबीर सिंह डिपा ने ही वर्ष 2017 के चुनाव में टिकट दिलाया था। परंतु इस बार डिपा भलाईपुर की टिकट कटवाकर पूर्व विधायक रणजीत सिंह छज्जलवड्डी के बेटे सतिदरजीत सिंह को मैदान में उतारना चाहते हैं।


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