प्रदर्शन में शामिल होगी जम्हूरी किसान सभा
जम्हूरी किसान सभा तहसील भिखीविड की बैठक दरबारा सिंह वां की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान फैसला लिया गया कि संयुक्त किसान मोर्चे के फैसले के मुताबिक 10 अप्रैल को दिल्ली में केएमपी सड़क पर लगने वाले जाम में जम्हूरी किसान सभा भी शामिल होगी।
संवाद सूत्र, भिखीविड : जम्हूरी किसान सभा तहसील भिखीविड की बैठक दरबारा सिंह वां की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान फैसला लिया गया कि संयुक्त किसान मोर्चे के फैसले के मुताबिक 10 अप्रैल को दिल्ली में केएमपी सड़क पर लगने वाले जाम में जम्हूरी किसान सभा भी शामिल होगी।
जम्हूरी किसान सभा के नेताओं कामरेड अरसाल सिंह संधू, दलजीत सिंह दयालपुरा, केवल सिंह माड़ी कंबोके ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में लगाए गए धरने, मुजाहरे, रेल गाड़िया जाम, सड़की ट्रैफिक जाम, पंजाब बंद, दो बार सफल भारत बंद, आंदोलन को विदेशों में बैठे लोगों का भरपूर समर्थन मिला है। अरसाल सिंह संधू व दलजीत सिंह दयालपुरा ने किसानों-मजदूरों व लोगों को 10 अप्रैल के सड़की जाम में बड़ी संख्या में शामिल होने लिए अपील की। इस मौके चमन लाल दराजके, बचित्र सिंह मक्खी कलां, जत्थेदार कुलवंत सिंह, गुरनाम सिंह बासरके, बलदेव सिंह राजोके, बलवंत सिंह कंबोके, हरनंद सिंह बलियां वाला, सरूप सिंह बूड़चंद, गुरदयाल सिंह वां, सकत्तर सिंह तपा बाठ मौजूद थे। किसानों की ओर से केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के फूंके गए पुतले : किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के आह्वान पर किसानों की ओर से गांवों में रोष प्रदर्शन किए गए। इस दौरान किसानों की ओर से केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के पुतले फूंक कर रोष व्यक्त किया गया। फैसला लिया गया कि 18 अप्रैल को भगतांवाला मंडी में आढ़तियों के साथ मिल कर आयोजित की जाने वाली विशाल रैली में किसान महिलाएं और बच्चे भी शामिल होंगे।
किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेताओं गुरबचन सिंह चब्बा, गुरदेव सिंह वरपाल नके कहा कि केंद्र सरकार फसलों की खरीद करने से भाग रही है। जानबूझ कर एफसीआई की खरीद शक्ति को कम किया जा रहा है। मंडियों को कारपोरेट घरानों के हवाले किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री किसान विरोधी ब्यान दे रहे है। इसके चलते देश की जनता को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से किसानों मे मंडियों में प्रवेश करे के लिए पास सिस्टम लागू किया जा रहा है, जिसको सहन नही किया जाएगा। इस सिस्टम का विरोध करके किसान मंडियों में फसल बेचने के लिए जाएंगे। इस दौरान किसान नेता प्रगट सिंह, अमर सिंह, बलविदर सिंह चब्बा, निशान सिंह, निरवैर बिसंह आदि मौजूद थे।