बिजली घोटाले में शामिल नेताओं के खिलाफ जांच हो : पन्नू
किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के पंजाब अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि पूर्व गठजोड़ की शिअद-भाजपा सरकार द्वारा निजी क्षेत्र में लगे तीन थर्मल प्लाटों से 2008-09 में लिखित समझौते किए थे जिस अनुसार इन 3 बिजली कंपनियों को 25 वर्षो तक 62 हजार करोड़ रुपये गारंटी के रूप में दिए जाएंगे और बिजली 9.33 रुपये खरीदी जाएगी।
संवाद सहयोगी, तरनतारन : किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के पंजाब अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि पूर्व गठजोड़ की शिअद-भाजपा सरकार द्वारा निजी क्षेत्र में लगे तीन थर्मल प्लाटों से 2008-09 में लिखित समझौते किए थे, जिस अनुसार इन 3 बिजली कंपनियों को 25 वर्षो तक 62 हजार करोड़ रुपये गारंटी के रूप में दिए जाएंगे और बिजली 9.33 रुपये खरीदी जाएगी। जरूरत अनुसार न हो तब भी पंजाब सरकार बनी बिजली के चार्ज देने लिए पाबंद होगी। इस समझौते के अनुसार पिछले पाच वर्षो में पंजाब सरकार बिजली उपभोक्ताओं की जेब काटकर 12,967 करोड़ उक्त बिजली कंपनियों को दे चुकी है और इसके साथ पहली जनवरी से 1490 करोड़ रुपये का बोझ उपभोक्ताओं पर डाल दिया गया है, 1300 करोड़ की अगली किश्त देने के लिए बिजली बिलों में और वृद्धि करने की तलवार उपभोक्ताओं पर लटक रही है।
पन्नू ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार ने पिछले तीन सालों में 14 बार घरेलू बिजली कीमतें बढ़ाई हैं। उक्त समझौतों का रिव्यू करके रद करने की ओर आखों पर पट्टी बाधी हुई है, जिससे अरबों रुपये के भ्रष्टाचार की तस्वीर साफ झलक रही है। आज देश की कई बिजली कंपनिया 1.75 पैसे यूनिट बिजली देने को तैयार है और हैरानी की बात है कि सरकारी क्षेत्र में लगे बठिंडा और रोपड़ थर्मल प्लाट बंद कर दिए गए हैं, इसलिए किसान नेताओं ने पंजाबभर के लोगों को सड़कों पर आने की अपील की है। साथ ही माग कि कि बिजली स्कैंडल में पिछली सरकार के मंत्री और अफसर तथा कैप्टन सरकार के बिजली मंत्री और अफसरशाही के बिजली माफिया से मिलीभगत के कारण पंजाब के लोगों को लूटने और अरबों रुपये खुर्द-बुर्द करने की जाच हाई कोर्ट के सिटिंग जजों से करवाई जाए। उन्होंने इस मुद्दे पर तीखे संघर्ष का बिगुल बजाने का ऐलान किया।