शहीदों के परिवारों के आंसू देख भावुक हुए एसएसपी मान
तरनतारन : आतंकवाद के दौर समय तरनतारन को खालिस्तान की राजधानी कहा जाता था। इस जिले से संबंधित 186 पुलिस कर्मियों ने आतंकवाद से लड़ते हुए शहादत का जाम पिया था। इनमें से कुल 173 शहीदों के
जागरण संवाददाता, तरनतारन : आतंकवाद के दौर समय तरनतारन को खालिस्तान की राजधानी कहा जाता था। इस जिले से संबंधित 186 पुलिस कर्मियों ने आतंकवाद से लड़ते हुए शहादत का जाम पिया था। इनमें से कुल 173 शहीदों के परिवार जिले में रह रहे हैं।
इन शहीदों में 84 पुलिस कर्मियों, 34 स्पेशल पुलिस आफिसर्स (एसपीओज) व 55 पंजाब होम गार्ड (पीएचसी) के परिवार शामिल हैं। इन में से डेढ़ दर्जन परिवार जिला पुलिस प्रशासन के कथित ढीले व्यवहार से परेशान हैं। पुलिस लाइन में आयोजित शहीदी समागम मौके इन परिवारों का दर्द आंसूओं के साथ छलक उठा। जिसे देख एसएसपी दर्शन सिंह मान भावुक हो उठे। उन्होंने शहीद हुए एक पुलिस कर्मी के लड़के जगरूप सिंह को गले से लगाकर आश्वासन दिया कि उनकी जमीन पर किसी को भी अवैध कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। बुजुर्ग महिला दर्शन कौर ने अपने शहीद हुए लड़के की पेंशन का मामला उठाया।
निर्मल सिंह, सतनाम सिंह, गुरजोत कौर, बलबीर कौर, शुबेग सिंह ने अपने शहीद हुए बेटों की तस्वीरें दिखाते कहा कि साल भर में एक दिन में एक दिन उनको सम्मान के लिए बुला लिया जाता है। बाद में सुध नहीं ली जाती। इस मौके एसपी (आई) तिलक राज, एसपी (एच) गुरनाम सिंह व एसपी (सुरक्षा) जसवंत कौर को एसएसपी दर्शन सिंह ने आदेश दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाए।