कुछ भी ठीक नहीं था, फिर भी तैयार करवाता था सबकुछ ठीक है का मैसेज
तरनतारन : दुबई में ट्रैवल एजेंटों के चंगुल से छूट कर पांच दिन बाद वापस लौटी सिमरनजीत कौर ने पुलिस को बताया कि वहां ट्रैवल एजेंट इब्राहिम पालम दबाव बनाकर ऐसे वीडियो मैसेज तैयार करवाता था कि परिजनों को लगे कि दुबई में सब ठीक है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : दुबई में ट्रैवल एजेंटों के चंगुल से छूट कर पांच दिन बाद वापस लौटी सिमरनजीत कौर ने पुलिस को बताया कि वहां ट्रैवल एजेंट इब्राहिम पालम दबाव बनाकर ऐसे वीडियो मैसेज तैयार करवाता था कि परिजनों को लगे कि दुबई में सब ठीक है।
मोहल्ला गुरु का खूह निवासी सिमरनजीत कौर के घर पहुंचे एससपी दर्शन सिंह मान उसके घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीड़िता व उसके परिवार को आश्वासन दिया कि आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सिमरनजीत कौर ने बताया कि कमरे में बंद करके इब्राहिम कभी अपने साथ उसकी सेल्फी लेता था और कभी ऐसे वीडियो मैसेज तैयार करवाता था जिससे परिजनों को लगे कि दुबई जाने वाली लड़कियां अच्छे ढंग से रह रही हैं। पीड़िता ने खुलासा किया कि 25 हजार रुपये प्रति माह वेतन के हिसाब से छोटे बच्चों की देखभाल व किचन का काम करने के लिए गांव पंडोरी गोला की ट्रैवल एजेंट गुरजीत कौर ने उसे दुबई भेजा था। पीड़िता ने बताया कि उसके मामा हरभजन सिंह की लड़की सिमरजीत कौर भी उक्त ट्रैवल एजेंट के झांसे में आकर दुबई जाने वाली थी। सिमरजीत कौर की दुबई जाने के लिए सोमवार की फ्लाइट थी। दुबई से वापिस लौटी सिमरनजीत कौर की हालत देखकर सिमरजीत कौर ने वहा जाने का इरादा मौके पर बदल लिया।
उधर एसएसपी दर्शन सिंह मान ने दैनिक जागरण को बताया कि सिमरनजीत कौर के बयानों पर दर्ज किए मामले की आरोपित गुरजीत कौर को अदालत में पेश करके आगे की कार्रवाई की जा रही है। जबकि दुबई रह रहे इब्राहीम पालम की गिरफ्तारी लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
मजबूरी में भेजा था बेटी को विदेश
सिमरनजीत के पिता मेजर सिंह ने बताया कि परिवार के किसी सदस्य के पास रोजगार का कोई साधन नहीं है। मैने अपनी बेटी सिमरनजीत कौर को यह सोच कर दुबई भेजा था कि आर्थिक तंगी से निजात मिलेगी।
परिवार ने विदेश मंत्री व मुख्यमंत्री का आभार जताया
पीड़िता सिमरनजीत कौर के पिता मेजर सिंह, मां जसविंदर कौर ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के अलावा दुबई की एनजीओ 'अजमान' के रूप सिद्धू का धन्यवाद किया। पीड़िता ने बताया कि शेख के चुंगल से छुड़ाने में अजमान संस्था के सचिव रूप सिद्धू ने अहम भूमिका निभाई है। दुबई से वह भारत सरकार के खर्चे पर आई है।