सख्ती के बावजूद वाट्सएप काल पर हुई तोहफों की डिमांड
डीसी की सख्ती के बावजूद दीपावली पर सेहत विभाग में बड़े स्तर पर वाट्सएप कालिंग कर तोहफों का लेनदेन हुआ।
जागरण संवाददाता, तरनतारन: डीसी की सख्ती के बावजूद दीपावली पर सेहत विभाग में बड़े स्तर पर वाट्सएप कालिंग कर तोहफों का लेनदेन हुआ। सूत्रों के अनुसार एक अधिकारी ने जिले भर में मोटे तौर पर उग्राही की। हालांकि इसकी शिकायत डीसी तक पहुंच चुकी है।
जिले भर के अस्पतालों व प्राइमरी हेल्थ सेंटरों को जुबानी फुरमान जारी किया गया था कि दीपावली से पहले-पहले दस-दस हजार की नकदी का प्रबंध किया जाए। इस नकदी से महंगे तोहफे खरीदकर प्रशासनिक अधिकारियों और विधायकों समक्ष हाजरी लगवाने का प्रोग्राम तय किया गया था। ग्रामीण क्षेत्र से संबंधित सेहत विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तीन दिन से लगातार वाट्सएप काल करके दबाव बनाया जा रहा था कि राशि जल्द जमा करवाई जाए। इसके चलते अधिकारी ने विधायक समक्ष अपनी मजबूरी बयान करते सारी जानकारी दी। इसके बाद सेहत विभाग के उक्त अधिकारी ने अपने पीए के माध्यम से फरमान जारी करवाया कि उनके कार्यालय में कोई नकदी और तोहफा न लाया जाए। बल्कि बाहर से ही छोटे कर्मचारी लगाकर फंड की उग्राही की गई। निजी अल्ट्रासाउंड की चेकिंग करवाने के नाम पर भी उग्राही होने की पूरा दिन चर्चा होती रही।
डीसी कुलवंत सिंह धूरी ने कहा कि दीपावली पर तोहफों के नाम पर उग्राही करना गैर कानूनी है। अगर किसी अधिकारी ने ऐसा किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी हरजिंदर सिंह ने कहा कि किसी भी सरकारी कर्मी या अधिकारी को उग्राही करने का कोई अधिकार नहीं। जो लोग जबरी उग्राही का शिकार हुए है उनको लिखित शिकायत देनी चाहिए।