हमले में घायल युवक की मौत, एसएसपी दफ्तर के बाहर शव रखकर किया प्रदर्शन
ट्यूबवेल की जमीन में लगी बिजली की तारें चोरी होने के मामले में 27 मई को एक दर्जन से अधिक लोगों ने दो भाइयों को तेजधार हथियारों से घायल कर दिया था।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : ट्यूबवेल की जमीन में लगी बिजली की तारें चोरी होने के मामले में 27 मई को एक दर्जन से अधिक लोगों ने दो भाइयों को तेजधार हथियारों से घायल कर दिया था। अमृतसर के एक अस्पताल में उपचाराधीन कुलदीप सिंह की मौत हो गई। इससे गुस्साए परिवार के लोगो ने शुक्रवार को एसएसपी दफ्तर समक्ष शव रखकर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे डीएसपी व थाना सरहाली के प्रभारी ने आश्वासन दिया कि 24 घंटे के भीतर आरोपितों को दबोच लिया जाएगा।
गांव शिगारपुरा निवासी माहन सिंह के बेटे गुरमीत सिंह व कुलदीप सिंह 27 मई को मोटरसाइकिल पर सवार होकर सुबह साढ़े नौ बजे पूर्व सरपंच स्वर्ण सिंह के घर से वापस लौट रहे थे। रास्ते में तेजधार हथियारों से लैस दोनों भाइयों पर हमला कर दिया। हमले में कुलदीप सिंह और गुरमीत सिंह दोनों घायल हो गए। कुलदीप सिंह के सिर में चोट लगी। उसे सिविल अस्पताल तरनतारन से गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर रैफर कर दिया गया। यहां से बाद में गुरु नानक देव अस्पताल लेजाया गया। अस्पताल में उपचार दौरान 30 वर्षीय कुलदीप सिंह की मौत हो गई। कुलदीप सिंह का शव लेकर उसके परिजन एसएसपी दफ्तर समक्ष पहुंचे। इस मौके पर प्रधान सिंह, हरदीप सिंह, जगतार सिंह, बलबीर कौर ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से पंद्रह दिनों के दौरान आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना सरहाली की पुलिस की ओर से सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर आरोपितों की मदद की जा रही है। मृतक कुलदीप सिंह की पत्नी मनजिदर कौर ने बताया कि वे दो बेटियों की मां है। अब अपनी मासूम लड़कियों की देखभाल कैसे करेगी, इस बात की चिता उसे सताने लगी है। सुबह 11 बजे एसएसपी दफ्तर समक्ष शुरू हुए धरने दौरान लोगों ने रास्ता जाम करके पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स का द्वार पुलिस प्रशासन ने बंद कर दिया। जिसके कारण कामकाज लिए एसएसपी दफ्तर और डीसी दफ्तर जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाद दोपहर तीन बजे सब डिवीजन पट्टी के डीएसपी कुलजिदर सिंह, थाना सरहाली के प्रभारी इंस्पेक्टर नवदीप सिंह मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को बताया कि इस मामले में पुलिस अपना काम कर रही है।
आरोपितों को बचा रही पुलिस
इस दौरान जम्हूरी किसान सभा नेता जसपाल सिंह ढिल्लों, बलदेव सिंह, कर्म सिंह, आजाद किसान संघर्ष कमेटी के निरवैल सिंह, जसविदर सिंह, किसान संघर्ष कमेटी (पन्नू ग्रुप) के अलावा आल इंडिया किसान सभा के दविदर सोहल ने कहा कि पुलिस की ओर से जान बूझकर हत्यारोपियों को बचाने का प्रयत्न किया जा रहा है। इस मौके पर मंजीत सिंह डालेके, ज्ञान सिंह नंबरदार, डा. अमोलक गोरखा, गुरमीत सिंह, बावा सिंह, अमरीक सिंह लालपुरा मौजूद रहे।
14 लोगों के विरुद्ध दर्ज किया हत्या का मामला
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नवदीप सिंह ने बताया कि गुरमीत सिंह के बयानों पर थाना सरहाली में आरोपित गुरजंट सिंह, गुरविदर सिंह, रछपाल सिंह, अंग्रेज सिंह, मंजीत सिंह, जसविदर सिंह, दलेर सिंह, सुखचैन सिंह, हरसिमरन सिंह, सविदर सिंह, सुखदेव सिंह, देसा सिंह, गुरविदर सिंह, दिलबाग सिंह के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। सिविल अस्पताल से शव पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया।