बाढ़ के संभावित खतरों को देखते हुए डीसी ने किया अलर्ट
तरनतारन : भाखड़ा और पौंग डैम से पानी छोड़े जाने के बाद पैदा होने वाले हालातों से निपटने लिए प्रशासन को कड़ी चेतावनी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : भाखड़ा और पौंग डैम से पानी छोड़े जाने के बाद पैदा होने वाले हालातों से निपटने लिए प्रशासन को कड़ी चेतावनी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने जिले भर के अधिकारियों से बैठक करके दरिया ब्यास के साथ लगने वाले क्षेत्र बाबत चर्चा की।
सब डिविजन खडूर साहिब, पट्टी, तरनतारन के निचले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर उन्होंने लोगों को सचेत रहने लिए कहा। बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने के लिए डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने सिविल और पुलिस अधिकारियों की ड्यूटियां लगाई। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि कोई भी अधिकारी अपना हेड क्र्वाटर नहीं छोड़ेगा और न ही अपना मोबाइल स्विच ऑफ करेगा। जिला और सब डिविजन स्तर पर बनाए गए बाढ़ कंट्रोल रूम का जायजा लेते उन्होंने कहा कि ड्रेनज विभाग की टीम निकासी नालों व अन्य स्थानों से बूटी निकालने लिए डिच मशीन और जेसीबी मशीन तैयार रखे। उन्होंने जिले भर में बनाई गई सेहत विभाग की 13 टीमों के अधिकारियों को आदेश दिया कि प्रत्येक ग्रुप का रक्त और दवाइयों का पूरा बंदोबस्त कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि पशु पालन विभाग द्वारा जिले भर में 24 टीमें गठित की गई है जो प्रभावित इलाकों में पशुओं के लिए चारा, दवाइयां व अन्य प्रबंध करेगी। डीसी ने जिले के विभिन्न गांवों का दौरा करके निकासी नालों की सफाई बाबत जानकारी ली। बैठक मौके एडीसी संदीप ऋषि, प्रो. राकेश कुमार, डॉ. शिवराज सिंह बल्ल, अरविंदरपाल सिंह, अवतार सिंह काहलों, डीडीपीओ जगजीत सिंह, एसडीएम सुरिंदर सिंह, एसडीएम अनुप्रीत कौर, एसपी गुरनाम सिंह इत्यादि मौजूद थे।
हालात बिगड़े तो इस नंबर पर करें फोन
डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने बताया कि बाढ़ बाबत किसी भी तरह की सूचना देने के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के 01852-224107 पर कॉल किया जा सकता है। कंट्रोल रूम पर 24 घंटे अमला तैनात करने के आदेश दिए गए है।