पुलिस की वर्दी में मां के साथ हेरोइन की तस्करी करती थी कांस्टेबल बेटी, बर्खास्त
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) महिला विग की जिला महासचिव जसविदर कौर जस्सी के घर से बरामद हेरोइन के मामले में जारी जांच में लगातार परतें खुल रही हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन :
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) महिला विग की जिला महासचिव जसविदर कौर जस्सी के घर से बरामद हेरोइन के मामले में जारी जांच में लगातार परतें खुल रही हैं। जिला पुलिस की ओर से जस्सी की कांस्टेबल बेटी गुरजिदर कौर गोपी का रिकार्ड चेक किया गया तो जांच में सामने आया है कि वह अपनी मां के साथ हेरोइन की तस्करी में शामिल थी। पुलिस को शक न हो, इसीलिए वह खाकी वर्दी पहनकर हेरोइन की डिलीवरी पहुंचाने जाती थी। एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने गुरजिदर कौर गोपी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। वहीं इस मामले में नारकोटिक्स सैल में तैनात एएसआइ चानण सिंह के खिलाफ अभी सुबूत जुटाए जा रहे हैं। यह है मामला
एसटीएफ की टीम ने 20 अप्रैल को शिअद नेत्री और उसके तीन साथियों को एक किलो दस ग्राम हेरोइन, 70 हजार की ड्रग मनी समेत गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ मोहाली में केस दर्ज किया गया है। इसके बाद एसएसपी ने स्थानीय स्तर पर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) बनाई थी जो जांच कर रही है। 22 अप्रैल को महिला कांस्टेबल गुरजिदर कौर गोपी को लाइन हाजिर कर दिया गया। एएसआइ चानण सिंह को जस्सी ने गिफ्ट की थी फार्च्यूनर
विदेश जाने से पहले जसविदर कौर जस्सी को उसकी रिश्तेदार ने फार्च्यूनर गाड़ी दी थी। इस फार्च्यूनर के माध्यम से नारकोटिक्स सैल के एएसआइ चानण सिंह द्वारा चिट्टे की तस्करी के लिए जसविदर जस्सी का सहयोग किया जाता था। यह एसआइटी की जांच में उजागर हुआ है। हेरोइन तस्करी में मदद करने के बदले जस्सी ने यह फार्च्यूनर चानण सिंह को गिफ्ट में दे दी थी। पिता की जगह मिली थी गोपी को पुलिस में नौकरी
जसविदर कौर जस्सी पहले गांव पिद्दी में पुलिस कांस्टेबल के साथ बयाही थी। 1996 में जस्सी के पति बलविदर की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी। जस्सी ने दूसरा विवाह गांव चंबल निवासी रणजीत सिंह के साथ कर लिया था। जस्सी के बेटा हुआ जबकि बड़ी लड़की गुरजिदर कौर गोपी को तरस के आधार पर पुलिस में नौकरी मिली थी। उसकी ड्यूटी थाना चोहला साहिब में थी। गुरजिंदर ने विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाया, जायदाद भी होगी अटैच
एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने कहा कि गुरजिदर कौर ने पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाया है। उसे नौकरी से बर्खास्त किया गया है। जांच पूरी होने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एएसआइ चानण सिंह के खिलाफ अभी जांच पूरी नहीं हुई और कई सुराग मिल सकते हैं। तस्करी से जुड़े इन आरोपितों की जायदाद को अटैच करने की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।