जहरीली शराब के मामले की सीबीआइ जांच हो : बंटी रमाणा
जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में राज्य सरकार के खिलाफ युवा अकाली दल के अध्यक्ष परमबंस सिंह बंटी एसएसपी कार्यालय धरना देने पहुंचे तो डीएसपी ने कार्यालय का बाहरी गेट बंद कर दिया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में राज्य सरकार के खिलाफ युवा अकाली दल के अध्यक्ष परमबंस सिंह बंटी एसएसपी कार्यालय धरना देने पहुंचे तो डीएसपी ने कार्यालय का बाहरी गेट बंद कर दिया। इसके बाद नेताओं ने गेट के आगे धरना दिया और त्रासदी के लिए खडूर साहिब के विधायक रमनजीत सिंह सिक्की व पीए जर्मनजीत सिंह पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
परमबंस सिंह बंटी रमाणा ने कहा कि विस चुनाव में जो गुटका साहिब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने माथे से लगाकर नशा खत्म करने की शपथ ली थी वह गुटका साहिब कांग्रेसी विधायक रमनजीत सिंह सिक्की ने उन्हें दिया था। अब जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को त्याग पत्र देना चाहिए। बंटी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक रमनजीत सिंह सिक्की व पीए जर्मनजीत सिंह द्वारा अवैध शराब का कारोबार चलाया जाता है। उन्होंने कहा कि आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके पीड़ित परिवारों को 25-25 लाख का मुआवजा दिया जाए। इस मौके बंटी ने कहा कि जहरीली शराब के धंधे में कांग्रेस के विधायक रमनजीत सिंह सिक्की, डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री, सुखविंदर सिंह डैनी, सुखपाल सिंह भुल्लर, हरमिंदर सिंह गिल के नाम लिए जा रहे हैं। इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने राणा गुरजीत सिंह व परमजीत सिंह सरना की डिस्टलरी को जांच के घेरे में लाने की मांग की। इस मौके शिअद प्रवक्ता विरसा सिंह वल्टोहा, पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू, एसओआइ के माझा जोन अध्यक्ष एडवोकेट गौरवदीप सिंह वल्टोहा, रमनदीप सिंह भरोवाल, दलबीर सिंह जहांगीर, कुलदीप सिंह औलख, भूपिंदर सिंह फतेहाबाद, इकबाल सिंह संधू ने कहा कि इस मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। करीब दो घंटे तक चले धरने के बाद एसपी (एच) गुरनाम सिंह ने मौके पर आकर ज्ञापन लिया।